Vaccine likely to be approved in Britain, preparations for vaccine start
Representational Pic

Loading

लंदन: कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) का टीका (Vaccine) नियामकों की मंजूरी पाने के कगार पर है, ऐसे में ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस (National Health Service) देश भर में टीके देने के लिये हजारों मेडिकल स्टाफ (Medical Staff) और स्वयंसेवकों (Volunteers) को तैयार करने में जुटी है।

बायो फॉर्मास्यूटिकल क्षेत्र (Bio Pharmaceutical Sector) की कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) द्वारा यह टीका बनाया जा रहा है और कंपनी (Company) का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) से भी समझौता है। सरकार द्वारा पिछले सोमवार को अंतिम आंकड़ा दिये जाने के बाद ब्रिटेन की स्वतंत्र ‘मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी एजेंसी’ (Medicine and Healthcare Product Regulatory Agency) (एमएचआरए) द्वारा टीके का आकलन किया जा रहा है।

‘द डेली टेलीग्राफ’ के मुताबिक अधिकारियों ने चार जनवरी 2021 की तारीख सामूहिक टीकाकरण कार्यक्रम (Vaccination Campaign) की शुरुआत के लिये तय की है जब तथा-कथित तौर पर टीका लगाने के लिये प्रशिक्षित व्यक्ति स्टेडियमों, सम्मेलन केंद्रों, रेस कोर्स आदि में टीके लगाएंगे। इस जटिल काम के लिये ऐसे ही कुछ बड़े स्थलों का चयन किया गया है।

अखबार ने एक सरकारी सूत्र को उद्धृत करते हुए कहा, “फिलहाल, हम चार जनवरी को बाजू में पहला में ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका टीका लगाने के लिहाज से सबकुछ संचालित कर रहे हैं। आप इसे सब जगह देखेंगे, हम फाइजर के साथ भी ऐसा कर रहे हैं।” सूत्र ने कहा, “हजारों टीका लगाने वालों और सहायकों की इस उद्देश्य से भर्ती की गई है।”

पहले से मंजूरी प्राप्त फाइजर/बायोएनटेक (Pfizer/BioNTech) के टीकाकरण अभियान को क्रिसमस सप्ताहांत के लिये संक्षिप्त तौर पर रोका गया था लेकिन सोमवार से इन्हें फिर से शुरू कर दिया गया है। एक बार उत्पादन बढ़ने के बाद, स्वयंसेवकों द्वारा अगले महीने के मध्य से हर हफ्ते कम से कम 10 लाख लोगों को टीका लगाए जाने की उम्मीद है।

ब्रिटेन के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इंगित किया कि ऑक्सफोर्ड टीका (Oxford Vaccine) वास्तव में बाजी पलटने वाला साबित हो सकता है और टीकाकरण के फलस्वरूप 2021 की गर्मियों तक देश इस महामारी के खिलाफ सामूहिक प्रतिरक्षा हासिल कर सकता है। श्वसन रोग विशेषज्ञ और सरकार के आपातकालीन वैज्ञानिक परामर्श समूह (एसएजीई) के सदस्य प्रोफेसर केलम सिंपल ने कहा, “टीका लगवाने वाले लोग कुछ हफ्तों में सुरक्षित हो जाएंगे और यह बेहद महत्वपूर्ण है।”