किसानों के खेतों तक कृषि तंत्रज्ञान पहुंचाए-कृषि मंत्री भूसे, हटवांजरी में किसानों से बातचीत

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यवतमाल. कृषि विषयक तंत्रज्ञान का प्रचार और प्रसार के लिए राज्य में कृषि संजीवनी सप्ताह चलाया जा रहा है. उत्पादकता बढाने और फसलों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक उनके खेतों तक पहुंचाने सूचना कृषिमंत्री तथा पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री दादाजी भुसे ने दी. मारेगाव तहसील के हटवांजरी में महिलाओं की खेतीशाला व कृषि संजीवनी सप्ताह के उपलक्ष्य में ज्योति बंडूजी धाने के खेत में किसानों से बातचीत करते समय बोल रहें थे. इस समय राज्य के वनमंत्री तथा जिले पालकमंत्री संजय राठोड, वसंतराव नाईक खेती स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी, जि.प.अध्यक्षा कालिंदा पवार, विधायक संजीवरेड्डी बोदकुरवार, जि. प. मुख्य कार्यकारी अधिकारी जलज शर्मा, पूर्व विधायक वश्विास नांदेकर, कृषी विभाग के विभागीय सहसंचालक सुभाष नागरे, जिला अधक्षिक कृषी अधिकारी नवनाथ कोलपकर आदी उपस्थित थे.

कृषि संजीवनी सप्ताह के दौरान, कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को किसानों के पास जाना चाहिए और उनका मार्गदर्शन करना चाहिए, कृषि मंत्री भूसे ने कहा, किसानों स्प्रेयर का उपयोग करने, इसके नोजल का उपयोग कैसे करें, रासायनिक उर्वरकों के उपचोग को कम करने, छीडकाव से विषबाधाओं की घटनाओं को कैसे रोका जाए इन सभी विषयों पर प्रशक्षिण किसानों को दिया जाएगा. कृषि मंत्री ने किसानों से इस बात की जानकारी मांगी कि बीज अंकुरण शक्ति का प्रयोग किया था क्या? कैसे किया गया? क्या आपने  अवष्किार से नया कुछ सीखा, दूसरों को क्या सुधारना करना चाहिए आदि की जानकारी किसानों से अवगत की. गांव की अन्य महिलाओं के साथ कृषि प्रशक्षिण से सीखे गए पाठों को साझा करें.

तथा कृषि विभाग द्वारा होनेवाले मार्गदर्शन का लाभ अंतीम छोर के किसानों को लेनने का आवाह‍्न भी उन्होंने किया. इस अवसर पर कृषिमंत्री दादाजी भुसे और वन मंत्री संजय राठोड ने हटवांजरी में महिलाओं के खेत का दौरा किया और उनके साथ बातचीत की. उन्होंने महिला किसानों जुताई, बुआई और बीज के चयन के लाभों के बारे में किसानों से पूछताछ की. इस समय नीम से खाद बनाने का प्रात्यक्षिक कृषिमंत्री दादाजी भुसे को प्रदर्शनी में दिखाया गया. बांस से नर्मिति वस्तूएं भी प्रदर्शनी में रखी गई थी.