जिले में घर घर जाकर हो रही लोगों की स्वास्थ्य जांच

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यवतमाल. यवतमाल जिले में कोरोना के बढते संक्रमन के चलते प्रशासन हाई अलर्ट है. इसके तहत जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में 25 लाख लोगों की घर घर में जाकर स्वास्थ्य जांच की जा रही है. कुछ माह पहले कोरोना का संक्रमन विशिष्ट क्षेत्र तक सीमित था. अब जिले में हर तहसील में पाजिटिव मरीज पाए जा रहे है. गाव तथा छोटे छोटे अंचलों में भी कोविड का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इस पर लगाम कसने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन प्रयासरत है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इसके लिए दिन रात परिश्रम कर रहे है.

इसके बावजूद संक्रमण बढता ही जा रहा है. ऐसे में प्रशासन घर घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच कर रहा है. स्वास्थ्य सेवक, सेविकाएं, सुरपवाइजर, आशा, अंगनवाडी सेविका तथा शिक्षकों के माध्यम से घर घर में जाकर सर्वे किया जा रहा है. कोरोना के लक्षण पाए जाने पर तुरंत कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जा रहा है. साथ ही उन्हे उचित सलाह भी दी जा रही है. स्वास्थ्य कर्मचारी अपर्याप्त संख्या के बावजूद पुरी क्षमता से काम कर रहे है. संदिग्धों को क्वारंटाइन कर पुरी सुविधा दी जा रही है लेकीन बढती मरीजों की संख्या से सुविधाएं मुहय्या कराने में दिक्कते  आ रही है. इस स्थिति को समझे बिना कर्मचारियों से कुछ नागरिक अच्छा बर्ताव नही कर रहे है. 

स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग करने का आह्वान
इस संकट के दौर में स्वास्थ्य कर्मचारी दिन रात सेवा दे रहे है. हालाकि सेर्वे के लिए गए कर्मचारियों से गालीगलौच, उन पर हमला, पथराव किए जा रहे है. इस तरह की घटनाए जिले के ग्राम भांबोरा, दिग्रस, नेर, उमरखेड और पुसद शहर में हुई है. यह गंभीर बात है. इस तरह की घटनाओं से कर्मचारियों का मनोमल गिर रहा है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को सहयोग कर उनका हौसला और बढाने का आह्वान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा.चव्हाण द्वारा किया गया है.