यवतमाल. शहर समेत पूरे जिले में बुधवार की शाम 7.30 बजे के आसपास जोरदार बारिश हुई. बिजली की कड़कड़ाहट के साथ हुई बारिश से पूरे शहर में कुछ देर के लिए अंधेरा छा गया था. सप्ताहभर से गर्मी से लोगों को राहत मिल रही है. दो दिनों से फिर गर्मी का असर नजर आ रहा था, किंतु बुधवार को फिर हुई बारिश ने मौसम में ठंडक पहुंचा दी है. मौसम विभाग की ओर से पहले ही बारिश होने की संभावना जताई गई थी. इस बारिश से किसानों के चेहरे पर मायूसी छायी है. बारिश से फसलों के नुकसान होने की संभावना है.
किसानों की फसल का नुकसान
मारेगांव तहसील में एक दिन पूर्व बेमौसम बारिश हुई. नागरिकों को सूखे से थोड़ी राहत मिली, किंतु खेतों में फसल के नुकसान के संकट से इंकार नहीं किया जा सकता है. जिले में पिछले कुछ दिनों से बेमौसम बारिश हो रही है. इससे फसलों को भारी नुकसान हो रहा है. असमानी संकट का सामना करने वाले किसानों को हमेशा असंख्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
एक ओर कोरोना, और दूसरी ओर बेमौसम बारिश अपना कहर ढा रही है. इस साल कपास पर बांड लार्वा और सोयाबीन की कम पैदावार हुई हैं. परिणामस्वरूप कई किसानों ने खेतों में चना, गेहूं, हरे चने और अन्य फसलें लगाईं. कसावा गेहूं और जड़ी बूटी बाहर चला गया. आखिरी उम्मीद के रूप में जो फसल लगाई गई थी. वह समय से पहले हुई बारिश के कारण मिट्टी में मिल गई. किसान मुश्किल में है.