नयी दिल्ली. जहाँ मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसान (Farmers) लामबंद हैं। वहीं अब इसी क्रम में आज आन्दोलनरत किसानों अगली रणनीति को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की एक बैठक होगी। वहीं बताया जा रहा है कि इसमें कुछ बड़े फैसले लिए जासकते हैं, जिससे मोदी सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
इधर बीते शनिवार को दिल बॉर्डर (Delhi Border) पर बैठे आंदोलनकारी किसानों ने शहीद चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस व संत गुरु रविदास की जयंती मनाई। उधर जींद में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ने यह वक्तव्य दिया कि किसान आंदोलन बिलकुल उचित दिशा में जा रहा है और मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी।
बता दें कि पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के आह्वान पर आगामी 5 मार्च को हजारों किसान दिल्ली धरने के लिए रवाना होने वाले हैं। वहीं राज्य के जलालाबाद में संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी किया है। इसी के साथ अबोहर में बीजेपी नेताओं के गांव में घुसने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस पर ग्रामीणों का कहना है कि बीजेपी नेता उनके गांव में वोट मांगने बिलकुल न आए। वहीं अब अगर कोई बीजेपी नेता गांव में वोट मांगने आता है तो उसका भी अब पुरजोर विरोध होगा।
इधर किसानों के समर्थन में सोनीपत में भी बड़वासनी से गोहाना तक एक ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। इसके साथ ही किसानों ने सोनीपत-गोहाना नेशनल हाईवे पर अपना धरना दिया। वहीं झज्जर के आसपास के गांवों से अनेकों किसान, ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर ढांसा-टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन को समर्थन देने के लिए पहुंचे। वहीं पंजाब से भी दो रेलगाड़ियों से अनेकों किसान टीकरी बॉर्डर पहुंच चुके हैं।