नाशिक : भद्रकाली के ठाकरे गली परिसर में 150 वर्ष से चल रहा देहविक्री (Prostitution) का अड्डा भद्रकाली पुलिस (Bhadrakali Police) ने सील (Sealed) किया। कार्रवाई को रोकने के लिए देहविक्री करने वाली महिलाओं ने शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़कर आत्महत्या करने की धमकी दी। पुलिस ने संबंधित महिलाओं को समझाकर शांत किया।
कुछ दिनों पूर्व पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) दीपक पांडे (Deepak Pandey) ने शहर के विविध परिसर के धार्मिक स्थल, स्कूल, बाजार पेठ से 200 मीटर दुरी पर शुरू देहबिक्री के अड्डे की जानकारी संबंधित पुलिस थानों से मांगी थी। भद्रकाली परिसर के ठाकरे गली में दो विविध जगहों पर अनेक मकानों में गैरकानूनी रूप से पिछले 150 वर्षो से देहविक्री शुरू होने की जानकारी कमिश्नर को मिली। इसके बाद कमिश्नर ने संबंधित देहविक्री का अड्डा चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश भद्रकाली पुलिस को दिए। पुलिस थाना के माध्यम से 7 दिनों पूर्व देहविक्री का अड्डा चलाने वालों को नोटिस देकर कारोबार बंद करने की सूचना दी गई थी। साथ ही देहविक्री महिलाओं को स्थानंतरण करने की बात कही थी।
पुलिस के नोटिस देने के बावजूद देहविक्री का अड्डा बंद नहीं हुआ था। इसके बाद गुरुवार दोपहर के समय वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्ता पवार, पुलिस निरीक्षक दीपक ठाकूर के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक किशोर खांडवी, प्रणिता पवार, पुलिस उपनिरीक्षक जितेंद्र माली सहित महिला और पुरुष पुलिस कर्मी घटना स्थल पर पहुंचे। जिन्होंने देहविक्री के अड्डे में उपस्थित महिलाओं को बाहर निकालने के लिए समय दिया, लेकिन उन्होंने कार्रवाई का विरोध करना शुरू किया। इसके बाद महिला पुलिस कर्मीयों ने संबंधित महिलाओं को समझाया और शांत किया। इसके बाद उन्हें बाहर निकालने के बाद सरकारी पंचों की उपस्थिती में ठाकरे गली के दर्शनी परिसर और संदर्भ सेवा के पिछे दिवार से सटे अड्डे पर कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया।
तेल छिड़कर आत्महत्या करने की धमकी दी
कार्रवाई को रोकने के लिए दर्शनी परिसर के देहविक्री का अड्डा चलाने वालों ने न्यायालय का स्थगिती आदेश होने के दस्तावेज पुलिस को दिखाए। इस दौरान पुलिस ने संबंधित दस्तावेज अलग होने की बात करते हुए कार्रवाई जारी रखी। देहविक्री अड्डा चलाने वालों इस कार्रवाई को राजनीति से पीड़ित बताया। जमकर नारे लगाए। दरमियान कुछ महिलाओं ने खुद को निराधार बताते हुए कहा की, वह कहा जाएंगी। इसके बाद उन्होंने खुद के शरीर पर मिट्टी का तेल छिड़कर आत्महत्या करने की धमकी दी।
कारोबारीयों में समाधान
150 वर्षो से इस जगह पर देहविक्री का अड्डा चल रहा था। जहां पर विविध इलाकों से शौकिन, गुन्हेगारी प्रवृत्ती की व्यक्ति यहां पर पहुंचते थे। इससे कई बार परिसर में मारपीट, चोरी की घटनाएं होती थी। स्थानिय कारोबार पर उसका परिणाम होता था। पिछले अनेक वर्षो से वह संबंधित अड्डा बंद करने की मांग कर रहे थे। गुरुवार को प्रत्यक्ष अड्डा सील होने से कारोबारीयों ने समाधान व्यक्त किया।