नाशिक : बालकों (Childrens) से संबंधित समस्या, मार्गदर्शन, समुपदेशन के लिए कार्यरत चाइल्ड लाइन (Childline) के हेल्पलाइन (Helpline) पर एक माह में बाल शोषण (Child Abuse) की 46 शिकायतें (Complaints) दर्ज हुई है। इसमें बाल विवाह (Child Marriage), शैक्षणिक और चिकित्सा सहायता , निवारा, बाल कामगार (Child Labour), बाल भिक्षा, लैंगिक अत्याचार, मारपीट शामिल है। विशेष अर्थात लॉकडाउन के दौरान बालक घर पर थे।
इस दौरान बाल शोषण से संबंधित घटनाओं में वृद्धि होने से बालकों की सुरक्षा पर प्रश्न उपस्थित हो रहे है। कोरोना की तीसरी लहर में स्कूल बंद होने से बालक घर में अकेले थे। इस दौरान बालकों का विभिन्न प्रकार से शोषण किया गया। चाइल्ड लाइन पर आने वाले काल्स से यह जानकारी सामने आई।
विगत वर्ष के जनवरी में बालकों के शोषण संबंधित 39 शिकायतें दर्ज हुई थी, जिसकी तुलना में इस बार शिकायतें बढ़ गई है। अनाथ, निराधार, पथभ्रष्ट शारीरिक व मानसिक लैंगिक शोषण के शिकार हुए। पारिवारिक विवाद के शिकार हुए बालक, बाल मजदूर, बाल भिक्षा, बाल विवाह जैसी समस्या ग्रस्त बालकों के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से सहायता प्राप्त होती है। शहर में नवजीवन वर्ल्ड पीस एंड रिसर्च फाउंडेशन से विविध समस्या से ग्रस्त बच्चों की मदद की जाती है।
बिना डरे आगे आए नागरिक
जानकारी प्राप्त होने के बाद संबंधित बालक को यथासंभव मदद करने का प्रयास किया जात है। इसलिए नागरिकों को आगे आना जरूरी है। किसी भी प्रकार से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। संपर्क करने वाले व्यक्ति की पूरी जानकारी गुप्त रखी जाती है। इसलिए नागरिक नि:संकोच आगे आ सकते है।
- प्रवीण आहेर, चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर, नाशिक