नाशिक में कोवैक्सीन टीके की हुई किल्लत, 15 से 18 उम्र के बच्चों के टीकाकरण पर पड़ा असर

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    नाशिक : सरकार (Government) की ओर से कोवैक्सीन टीका (Covaccine Vaccine) की पर्याप्त आपूर्ति न किए जाने से शहर के 15 से 18 उम्र के बच्चों के टीकाकरण की रफ्तार रुक गई है। टीकाकरण (Vaccination) अभियान शुरू होकर अब एक माह का समय बीत चुका है। अब तक शहर के केवल 52 हजार 200 बच्चों को कोवैक्सीन (Covaccine) का पहला टीका लगाया गया है। स्कूल (School) और अभिभावक टीके को लेकर पूछताछ कर रहे है। लेकिन महानगरपालिका के पास केवल 1500 टीके शेष है। एक ओर शेष 48 हजार बच्चों का टीकाकरण किया गया है। दूसरे टीके की मांग बढ़ने से चिकित्सा विभाग समस्या में फंस गया है।

    इसलिए स्वास्थ्य विभाग के पास कोवैक्सीन का भंडार उपलब्ध करने के लिए पत्र भेजने की जानकारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बापूसाहब नागरगोजे ने दी। गौरतलब कि टीकाकरण के चलते शहर में कोरोना की तीसरी लहर का असर कम हो गया है। प्रथम 18 उम्र से अधिक सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण बंधनकारक किया गया। लेकिन 18 उम्र के नीचे होने वाले बच्चों को टीका नहीं लगाया जा रहा था। ओमीक्रोन इस नए वेरिएंट के माध्यम से कोरोना की तीसरी लहर ने विश्व में हाहाकार मचाने के बाद 3 जनवरी 2022 से 15 से 18 उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया।

    48 हजार बच्चे पहले टीके से वंचित 

    बच्चों के लिए कोवैक्सिन इस एकमेव टीका को अनुमति दी गई। शहर में 1 लाख बच्चों का टीकाकरण करने का उद्दिष्ट निश्चित किया गया। इसके बाद कुछ स्कूल-कनिष्ठ महाविद्यालय के बच्चों के टीकाकरण को अनुमति दी गई। इसके चलते पिछले माह के पहले दो सप्ताह में टीकाकरण की रफ्तार तेज हो गई। दरमियान पर्याप्त टीका न मिलने से टीकाकरण की रफ्तार कम हो गई। शहर में अब तक 50 हजार 200 बच्चों को पहला टीका लगाया गया, जो की 52 प्रतिशत है। तो 48 हजार बच्चे पहले टीके से वंचित है। ऐसा दावा चिकित्सा विभाग ने किया है।

    स्वास्थ्य संचालनालय को भेजा पत्र

    टीकाकरण अभियान शुरू होकर एक माह बीत चुका है। इसलिए दूसरे टीके को लेकर अभिभावक पूछताछ कर रहे है। पहले टीके से 48 हजार बच्चे वंचित है। लेकिन महानगरपालिका के पास पर्याप्त टीका उपलब्ध नहीं है। आज की स्थिति में महानगरपालिका के पास 1495 टीके शेष है। आज की स्थिति में कोवैक्सीन की नियमित आपूर्ति न होने से पहला और दूसरा टीका देने में समस्या निर्माण हो गई है। इसलिए चिकित्सा विभाग ने कोवैक्सीन के पर्याप्त टीके उपलब्ध करने के लिए स्वास्थ्य संचालनालय को पत्र भेजा है।

    21 हजार नागरिकों को दिया गया बूस्टर टीका

    ओमीक्रोन की पार्श्वभूमी पर केंद्र सरकार के मार्गदर्शक सूचना के तहत 10 जनवरी से शहर के 138 टीकाकरण केंद्र पर स्वास्थ्य-मेडिकल स्टाफ, फ्रंटलाइन वर्कर को बूस्टर टीका लगाया जा रहा है। शहर में फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 25 हजार है। अब तक 21 हजार 50 फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर लगाया गया है। इसके चलते शहर में कोरोना के तीसरी लहर का असर कम हो गया है।