मुंबई: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव (Maharashtra MLC Polls) में कांग्रेस विधायकों (Congress MLAs) की क्रॉस वोटिंग (Cross Voting) की जांच की जिम्मेदारी सीनियर नेता मोहन प्रकाश (Mohan Prakash) को दी है। इस बारे में प्रकाश को जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश दिए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, विधान परिषद चुनाव में प्रथम वरीयता के उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे की हार से पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी काफी नाराज हैं। इस वजह से महाराष्ट्र कांग्रेस में बवाल मचा हुआ है। इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को सोनिया गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को दिल्ली तलब किया था। वहीं गुरुवार को महाराष्ट्र कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट नसीम खान और हंडोरे ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की थी।
पृथ्वीराज चव्हाण की मांग
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने विधान परिषद चुनाव में चंद्रकांत हंडोरे की हार को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने हंडोरे को प्रथम वरीयता का उम्मीदवार बनाया था। ऐसे में उन विधायकों के खिलाफ जांच जरूरी है, जिन्होंने पार्टी हाईकमान के आदेश को न मानते हुए क्रॉस वोटिंग की है। उस चुनाव में कांग्रेस के 7 विधायकों पर क्रॉस वोटिंग करने के आरोप लगे हैं। इनमें से 4 विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने हंडोरे की जगह दूसरी वरीयता के कांग्रेस उम्मीदवार भाई जगताप के पक्ष में वोट किया, जबकि 3 विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया। इस चुनाव में दूसरी वरीयता के उम्मीदवार होते हुए भी जगताप जीत गए, जबकि प्रथम वरीयता के उम्मीदवार होने के बावजूद हंडोरे हार गए हैं।
विश्वास मत में गैरहाजिर विधायकों पर भी नजर
ऐसी रिपोर्ट है कि एआईसीसी की ओर से नियुक्त मोहन प्रकाश सीएम एकनाथ शिंदे सरकार के विश्वास मत के दौरान गैरहाजिर रहने वाले 10 विधायकों के बारे में भी अपनी रिपोर्ट कांग्रेस हाईकमान को देंगे। इन विधायकों के गैर जिम्मेदार रवैये को लेकर भी सोनिया गांधी नाराज हैं।