रांची: झारखंड के जमशेदपुर में छठ पूजा की तैयारी के दौरान मौजूदा विधायक सरयू राय और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास गुट के समर्थकों के बीच मारपीट की खबर सामने आई ही। ऐसा माना जा रहा है कि, एक ही जगह पर छठ पूजा के आयोजन को लेकर दोनों गुटों के बीच विवाद हुआ है।
ख़बरों के मुताबिक, जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में छठ पूजा के आयोजन की तैयारियां चल रही थी। इस दौरान जगह को लेकर दोनो गुटों में विवाद हुआ और जल्द ही यह मारपीट में बदल गया। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, ये मारपीट पुलिस की मौजूदगी में हुई, जहां दोनों गुटों ने एक दूसरे को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। दोनों ही गुटों ने एक दूसरे पर लाठी, डंडे, कुर्सियों और टेंट की पाइप से वार करने में कोई संकोच नहीं किया है।
Jharkhand: Clash broke out b/w supporters of MLA Saryu Rai & ex-CM & BJP leader Raghubar Das over organising #ChhathPuja at Surya Mandir in Sidhgora. Rai supporters had reportedly set up a camp for devotees close to venue of Das supporters' event following which clash broke out. pic.twitter.com/Wmhqb2yjpG
— ANI (@ANI) October 29, 2022
इस घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ थाने में कई धाराओं में शिकायत दर्ज की है। इस घटना के बाद प्रशासन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर में ताला लगा दिया और कार्यक्रम नहीं कराने देने की घोषणा कर दी।
यह है विवाद की वजह?
उल्लेखनीय है कि, सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर परिसर में 2002 से ही रघुवर दास और उनके समर्थकों का वर्चस्व रहा है। लेकिन जमशेदपुर पूर्वी से सरयू राय के विधायक बनने के बाद सूर्य मंदिर कमेटी दो पक्षों में बंट गई। ऐसे में आज हुआ विवाद इसी का नतीजा माना जा रहा है। हालांकि, इस मारपीट के घटना के बावजूद भी शनिवार को रघुबर दास मंदिर पहुंचे और वहां पर छठव्रतियों के बीच फल, पूजन सामग्री का वितरण किया। उन्होंने ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी दी।
जमशेदपुर में सूर्य मंदिर समिति द्वारा छठव्रतियों के बीच फल, पूजन सामग्री का निशुल्क वितरण किया गया।
इस दौरान तप और समर्पण का संकल्प लेकर व्रत करनेवाली माता-बहनों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। लोगों का स्नेह और आशीर्वाद ही जीवन की असली पूंजी है।
जय छठी मईया 🪔 pic.twitter.com/yH8jG0Fq2V
— Raghubar Das (@dasraghubar) October 29, 2022
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि,’जमशेदपुर में सूर्य मंदिर समिति द्वारा छठव्रतियों के बीच फल, पूजन सामग्री का निशुल्क वितरण किया गया। इस दौरान तप और समर्पण का संकल्प लेकर व्रत करनेवाली माता-बहनों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। लोगों का स्नेह और आशीर्वाद ही जीवन की असली पूंजी है।’