जम्मू-कश्मीर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में पहुंच चुकी है। इस यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘ये सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं कि हमने इतने लोग मार गिराए, लेकिन प्रमाण कुछ नहीं है। केवल झूठ के पुलिंदे पर यह राज कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि, केंद्र ने आज तक संसद के सामने सर्जिकल स्ट्राइक या पुलवामा आतंकी हमले पर कोई रिपोर्ट नहीं रखी है।
Congress’ Digvijaya Singh says no proof of India’s surgical strike against Pakistan
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— ANI Digital (@ani_digital) January 23, 2023
पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) पर सवाल उठाते हुए दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि, ‘सीआरपीएफ के 40 जवान पुलवामा में शहीद हुए थे। इस हमले के बाद सीआरपीएफ के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया था कि, सभी जवानों को एयरलिफ्ट किया जाए, लेकिन प्रधानमंत्री ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया। ऐसी चूक कैसे हो गई?’
उन्होंने कहा कि, ‘केंद्र सरकार द्वारा आज तक संसद के समक्ष पुलवामा पर कोई रिपोर्ट नहीं रखी गई। उरी आतंकी हमले के लगभग 10 दिन बाद 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक किए गए थे, जहां जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के 12 ब्रिगेड मुख्यालय पर चार आतंकवादियों ने ग्रेनेड से हमला किया था, जिसमें 18 सैनिक मारे गए थे। उन्होंने (दिग्विजय सिंह) कहा, “सरकार ने दावा किया कि सर्जिकल स्ट्राइक किया गया, लेकिन सबूत नहीं दिखाया, वे केवल झूठ फैलाते हैं।’
#WATCH | J&K: They (Centre) talk about surgical strikes and that they have killed so many of them but there is no proof: Congress leader Digvijaya Singh pic.twitter.com/3ovyecOpT9
— ANI (@ANI) January 23, 2023
उन्होंने ने आगे कहा कि, ‘बीजेपी की सरकार केवल हिंदू-मुसलमान में नफरत फैलाने का काम कर रही है। इनके पास और कोई काम नहीं है। मोदी जी नवाज शरीफ की बेटी के शादी में जरूर पहुंच जाते हैं। मनमोहन सिंह का जन्म पाकिस्तान में हुआ था, लेकिन वो तो पाकिस्तान कभी नहीं गए। पुलवामा में लोग क्यों मारे गए। पुलवामा आतंकी का केंद्र बन चुका है। जांच पड़ताल क्यों नहीं हुई?’