नागपुर. धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर दीक्षाभूमि पर देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं. देश के कोने-कोने से आने वाले इन श्रद्धालुओं को मूलभूत सेवा-सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश मनपा आयुक्त चौधरी ने अधिकारी और कर्मचारियों को दिए. मंगलवार को आयुक्त ने दीक्षाभूमि पर दी जा रही सेवा-सुविधाओं का जायजा लिया. उन्होंने लाखों बौद्ध श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य, स्वच्छता, पानी, बिजली, परिवहन सहित सभी सुविधाएं तैयार करने की कड़ी हिदायतें अधिकारियों को दिए. अति. आयुक्त गोयल, अति. आयुक्त लहाने, मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड़, उपायुक्त निर्भय जैन, रवीन्द्र भेलावे, मनोज तालेवार, डॉ. गजेन्द्र महल्ले, सहायक आयुक्त मिलिंद मेश्राम, अजय मानकर आदि उपस्थित थे.
22 से ही तैयार रखें सुविधाएं
मनपा आयुक्त ने कहा कि दीक्षाभूमि और आसपास के परिसर में 22 से 25 अक्टूबर तक सभी मूलभूत सुविधाएं तैयार रखे जाने चाहिए. यहां आनेवाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, उन्हें तत्काल मदद मिले, इसके लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित करने, पूरे परिसर को साफ करने, सभी ओर बिजली, शौचालय आदि तैयार करने के निर्देश दिए. दीक्षाभूमि की ओर आनेवाले चारों मुख्य मार्गों पर स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा प्रत्येक मार्ग पर पेयजल की व्यवस्था भी होगी.
140 नल, 900 शौचालय
श्रद्धालुओं के लिए दीक्षाभूमि के प्रत्येक मार्ग तथा आसपास के परिसर में 140 नलों की व्यवस्था होगी. इसी तरह से अस्थायी तौर पर 900 शौचालयों की भी व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा 4 मोबाइल प्रसाधनगृह भी होंगे. दीक्षाभूमि परिसर की स्वच्छता के लिए 664 कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. जो दिन रात सेवाएं देंगे. बौद्ध बंधुओं के निवास के लिए आईटीआई परिसर में 15,000 वर्ग फुट का निवास केंद्र होगा. इसी तरह से अंध विद्यालय परिसर में 6,000 वर्ग फुट का निवास केंद्र तैयार किया जाएगा. आपातकाल स्थिति में दीक्षाभूमि के पास की 10 स्कूलों में भी निवास की व्यवस्था होगी. सम्पूर्ण परिसर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेगा. परिवहन विभाग की ओर से बस अड्डे और रेलवे स्टेशन से दीक्षाभूमि और ड्रैगन पैलेस तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के लिए विशेष 70 बसों की व्यवस्था होंगी.