नागपुर. राज्य में 3 लाख से अधिक सरकारी पद खाली हैं. इन पदों के लिए विज्ञापन जारी कर सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार देने की मांग प्रदेश अध्यक्ष कुणाल राऊत ने की है. विविध मांगों को लेकर 8 दिसंबर को विधानभवन पर मोर्चा निकाला जाएगा. इसमें राज्यभर के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल होंगे.
उन्होंने बताया समूचे राज्य में अकाल की परिस्थिति के मद्देनजर सभी तहसीलों को अकालग्रस्त घोषित किया जाना चाहिए. सरकार विविध परीक्षाओं के आवेदन ऑनलाइन भराती है. साथ ही कई स्पर्धा सहित प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन होती है. इस हालत में शुल्क भी कम किया जाना चाहिए. टीएआईटी की परीक्षा होकर 9 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी नहीं किया गया है. सरकार ने पिछले 2 वर्ष से एसटी, एससी सहित विविध प्रवर्ग की छात्रवृत्ति नहीं दी है. छात्रों को मिलने वाले विविध शैक्षणिक भत्ते भी रोक दिए गए हैं. इससे न केवल कॉलेज बल्कि छात्रों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
आज विधानसभा घेराव
बार्टी की छात्रवृत्ति के लिए हर वर्ष छात्रों को आंदोलन करना पड़ता है. इस पर त्वरित उपाय योजना की जानी चाहिए. मिहान में युवाओं को अपेक्षा के अनुरूप रोजगार नहीं मिले हैं. सिटी में 22,000 करोड़ का निवेश करने वाले टाटा एयरबस प्रकल्प भी रद्द हो गया. आईटी, मैनेजमेंट कंपनी में नागपुर के छात्रों को केवल 1.50 लाख का पैकेज मिलता है, जबकि पुणे, मुंबई में 8-10 लाख का पैकेज मिलता है. पिछले 10 वर्षों में राज्य से शिक्षा हासिल करने वाले 16 लाख युवा बेंगलुरु, गुडगांव, हैदराबाद सहित विदेश में गये हैं. महाराष्ट्र में रोजगार क्यों नहीं मिल रहा है. मोर्चा सुबह 11 बजे अंजुमन कॉलेज सदर से निकलेगा. पत्र-परिषद में प्रभारी उदय भानु, सहप्रभारी रोहित कुमार, एहसान खान, अजीत सिंह, विश्वजीत जाधव आदि उपस्थित थे.