नई दिल्ली. भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को कोई संदेह नहीं है कि अपनी ‘नियंत्रित आक्रामकता’ के साथ बेन स्टोक्स वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में आगे बढ़कर अगुआई करेंगे। बुधवार से साउथम्पटन में शुरू हो रही तीन टेस्ट की श्रृंखला को लेकर अपना नजरिया पेश करते हुए तेंदुलकर आनलाइन ऐप ‘100एबी’ पर वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के साथ बात कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने इंग्लैंड के कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स को लेकर भी अपना नजरिया रखा। इस श्रृंखला के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी। स्टोक्स से जुड़े लारा के सवाल पर तेंदुलकर ने कहा, ‘‘वह ऐसा खिलाड़ी है जो आगे बढ़कर अगुआई करेगा, हमने कई मौकों पर ऐसा देखा है।
वह आक्रामक, सकारात्मक और जब उसे रक्षात्मक होने की जरूरत होती है तो वह टीम के लिए ऐसा करने के लिए तैयार रहता है।” उन्होंने कहा, ‘‘मेरा हमेशा से मानना रहा है कि नियंत्रित आक्रामकता से नतीजे मिलते हैं और अब तक मैंने जो देखा है, वह आक्रामक है लेकिन यह नियंत्रित है। मैं बेन स्टोक्स के बारे में यही सोचता हूं।” बेन स्टोक्स पहली बार इंग्लैंड की अगुआई कर रहे हैं जबकि अपने करियर में उन्होंने कभी प्रथम श्रेणी टीम की कप्तानी भी नहीं की है। नियमित कप्तान जो रूट ने अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहले टेस्ट से बाहर रहने का फैसला किया है। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘बेन स्टोक्स को अतीत में जिन चीजों का सामना करना पड़ा और आज वह जहां है उसे देखकर मैं यही कह सकता हूं कि वह पूरी तरह बदलाव लेकर आया है और यह उसी के साथ हो सकता है जो मानसिक रूप से मजबूत हो।” तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह उन खिलाड़ियों में शामिल है जिनके बारे में समय आने पर आप कहोगे कि बेन स्टोक्स, एंड्रयू फ्लिंटाफ, इयान बॉथम शीर्ष आलराउंडर थे जो इंग्लैंड के लिए खेले।
मैं उसे काफी ऊपर आंकता हूं और मैदान पर उसका प्रभाव काफी अधिक है।” लारा ने कहा कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने शाई होप जैसे बल्लेबाजों को याद दिलाया कि वे सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में तेंदुलकर की 241 रन की यादगार पारी से सबक लें। लारा ने कहा, ‘‘आपको प्रत्येक गेंदबाज पर दबदबा बनाने की जरूरत नहीं है। अगर आप 70-80 रन बनाकर खेल रहे हैं और कोई आपको परेशान कर रहा है तो पीछे हट जाइए।” अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी रहे तेंदुलकर से लारा ने कहा, ‘‘सचिन आप भी यह जानते हैं, आपने सिडनी में शानदार पारी खेली थी, ऐसा नहीं था कि कोई एक गेंदबाज आपको आउट कर रहा था लेकिन एक विशेष तरह का शॉट खेलकर आप आउट हो रहे थे और आपने इस शॉट को खेलना ही बंद कर दिया और आप अन्य क्षेत्रों में रन बनाने में सफल रहे। इसी तरह का रवैया अपनाने की जरूरत है।”
इंग्लैंड में कुछ शानदार पारियां खेलने वाले लारा ने वहां बल्लेबाजी के अपने रवैये को याद करते हुए कहा, ‘‘मुझे अतीत में खेली कई पारियां याद हैं , चंद्रपाल या जिमी एंडम्स के साथ। ये साझेदारियां मुझे वहां ले जाने के लिए काफी महत्वपूर्ण थी जहां मैं पहुंचा। इससे टीम जरूरी रन बनाने में सफल रही।” लारा ने महान गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा के साथ अपने द्वंद्व को याद किया और इसे उदाहरण के रूप में पेश किया जिससे मौजूदा टीम की मदद हो सके। उन्होंने कहा, ‘‘एक बहुत अच्छा उदाहरण आस्ट्रेलिया है, हम आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहे थे और मैं 78 या शायद 114 रन बनाकर खेल रहा था और मैकग्रा स्पैल के लिए वापस आया।” लारा ने कहा, ‘‘मुझे पता था कि वह छह या सात ओवर फेंकेगा। इसलिए अगर मुझे दूसरे छोर से अन्य गेंदबाज रन बनाने का मौका दे रहे हैं तो मुझे अधिक जोखिम उठाने की जरूरत नहीं है।”(एजेंसी)