मुंबई

Published: Feb 03, 2021 09:13 PM IST

BMC बजट मनपा बजट पर कोरोना का असर, BMC के स्वास्थ्य बजट में 500 करोड़ की वृद्धि

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई. वैश्विक महामारी कोरोना संकट के दौरान पेश किए गए बीएमसी (‍BMC) के वार्षिक बजट (Budget) में मनपा कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (Commissioner Iqbal Singh Chahal) ने मुंबई (Mumbai) के लोगों के स्वास्थ्य (Health) पर विशेष ध्यान दिया है। कोरोना संकट के समय मुंबई मनपा को स्वास्थ्य सुविधाओं पर बहुत अधिक खर्च करने पड़े हैं। जिसको देखते हुए इस साल के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 500 करोड़ रुपए अधिक निधि उपलब्ध करायी गयी है। 

मनपा की स्थायी समिति के समक्ष पेश किए गए बजट में स्वास्थ्य विभाग के लिए 4 हजार 760 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी है। मनपा के सभी मेडिकल कालेजों (Medical Colleges) एवं प्रमुख अस्पतालों (Major Hospitals) में मशीनरी उपलब्ध कराने के लिए 96 करोड़ रुपए की निधि रखी गयी है। मनपा कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने अपने बजट भाषण में कहा कि 11 मार्च 2020 को मुंबई में पहला कोरोना का मरीज मिला था। उसके बाद मनपा के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए ‘कोरोना रेस्ट्रिक्शन जोन मैनेजमेंट’ की योजना शुरु की गयी। मनपा के 29 अस्पतालों ,287 स्वास्थ्य केंद्रों और दवाखानों, 28 प्रसूतिगृहों के लिए पिछले बजट में 483.07 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी थी। इस साल के बजट में 822.72 करोड़ रूपये की निधि रखी गयी है।

ओपीडी ऑन व्हील्स 

महानगर के वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं और दिव्यांग व्यक्तियों जिन्हें उनके घर में ही स्वास्थ्य सेवा एवं परामर्श देना आवश्यक है। उनके लिए मनपा की तरफ से ओपीडी ऑन व्हील्स योजना शुरु की जा रही है। मोबाइल वाहन में दवाखाना, साधन सामग्री के अलावा प्रशिक्षित कर्मचारी की व्यवस्था होगी। मुंबई शहर, पश्चिम उपनगर और पूर्व उपनगर के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक-एक मोबाइल वैन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बजट में 5 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी है।

गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड के लिए 1300 करोड़ 

पूर्व एवं पश्चिम उपनगरों को जोड़ने वाले गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड का निर्माण शुरु है। इसका काम चार चरणों में होने वाला है। पहले चरणों का काम 2023 में पूरा होना अपेक्षित है। नाहुर रेलवे स्टेशन उड्डान पुल तक पहुंचने वाले मार्ग का 35 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। रेलवे के अधिकार क्षेत्र में काम करने के लिए रेलवे की तरफ से ठेकेदार की नियुक्ति की गयी है। मनपा के वर्ष 2021-22 के बजट में गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड के लिए प्रशासन ने 1300 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी है। इसके तहत 4.70 किमी लंबा और 14.20 मीटर व्यास को दो टनल बनाया जाना है।

कचरे से पैदा होगी बिजली 

मुंबई में डंपिंग ग्राउंड की समस्या से अभी तक निजात नहीं मिल सकी है। मनपा ने देवनार डंपिंग ग्राउंड 600 मैट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता  वाला कचरे से बिजली उत्पादन की परियोजना पर काम करना शुरू किया है। इससे प्रतिदिन 4 मेगावाट बिजली पैदा होगी. इसके अलावा 1800 मैट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता वाला कचरे से बिजली बनाने का एक अन्य योजना प्रस्तावित है। इसके लिए बजट में 65 करोड़ रुपए की निधि रखी गयी है। मुलुंड का डंपिंग ग्राउंड पर कचरा डंप किया जाना बंद कर दिया गया है। लगभग 24,23 ,000 टन घन कचरे का बायोमायनिंग किया जाना है। इस साल के बजट में इसके लिए 75  करोड़ रुपए की निधि रखी गयी है।

कोस्टल रोड के लिए 2000.07 करोड़ 

मुंबई की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक कोस्टल रोड के निर्माण कार्य तेजी से शुरू है। प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर ब्रिज से वरली सी लिंक तक 9.98 किमी सड़क मनपा बना रही है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने टनल खुदाई का शुभारंभ किया है। कोस्टल रोड के लिए इस साल के बजट में 2000.07 करोड़ रुपए की निधि रखी गयी है। कोस्टल रोड के निर्माण से 54 हेक्टेयर हरित पट्टा सहित खुला मैदान उपलब्ध होगा। यही नहीं कार्बन डाइआक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। वर्ष 2020-21 में इसके लिए 1500.01 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी थी।

सुंदर एवं स्वच्छ मुंबई 

मुंबई मनपा के बजट में शहर के विकास के विकास के साथ सुंदर एवं स्वच्छ मुंबई का भी खयाल रखा गया है। शहर को सुव्यवस्थित रखने के लिए फुटपाथ, फ्लाईओवर की खाली जगह, ट्रैफिक आइसलैंड को बेहतर बनाने के लिए बजट में 200 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी है। मुंबई की सड़कों के फुटपाथ पर चलनेवालों की सुरक्षा एवं उसकी बेहतरी के लिए 160 किलोमीटर लंबाई के 149 फुटपाथों को सौंदर्यीकरण के लिए चुना गया है। मुंबई में बैरियर फ्री, रेखांकित किए गए एंट्री और एग्जिट पॉइंट, रैम्पस, स्ट्रीट फर्निचर और स्ट्रीट आर्ट सहित दर्जेदार फुटपाथ तैयार किया जाएगा। 

उड्डान पुलों के नीचे खाली जमीन का सौन्दर्यीकरण  

मुंबई शहर एवं उपनगरों में उड्डान पुलों और पुलों के नीचे की खाली जमीन का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। सौन्दर्यीकरण के लिए मुंबई में 344 उड्डान पुलों और पुलों के नीचे की अनुमानित 19 किलोमीटर लंबे 42 स्थानों का चयन किया गया है। सभी उड्डान पुलों और पुलों के नीचे की जमीन और दीवार पर चित्र और डिजाइन बना कर उसे सुशोभित किया जाएगा। साथ ही वहां पौधे भी लगाए जाएंगे। 

पुलों का मरम्मत  

मुंबई सीएसएमटी के पास हिमालय पुल दुर्घटना से सीख लेते हुए मुंबई मनपा ने मुंबई में बड़े पैमाने पर पुलों की मरम्मत और नए पुल निर्माण पर जोर दिया है। बजट में  कहा गया है कि मुंबई में 21 पुलों को तोड़ कर उसका पुनर्निर्माण किया जाएगा। 47 पुलों में बड़े पैमाने पर संरचनात्मक मरम्मत और 144 पुलों में मामूली मरम्मत का काम शुरू है। इन पुलों का लगभग 60 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। पश्चिम उपनगर में सात पुलों का 40 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। मुंबई में 6 नए पुलों के निर्माण की भी घोषणा की है। जिसमें मढ़-वर्सोवा खाडी पुल, पी उत्तर वार्ड अंतर्गत मार्वे- मनोरी पुल, ओशिवारा नदी और मालाड खाड़ी पुल, पी उत्तर वार्ड  अंतर्गत एवरसाइन नगर से मार्वे रोड स्थित रामचंद्र नाला पुल, इनफिनिटी मॉल पुल और मार्वे रोड स्थित धारिवली गांव तक पुल बनाया जाएगा।  

बजट एक नज़र में