5 डैम के गेट खोले; पूर्णा, सापन, शहानुर, बगाजी, बेंबला लबालब

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    अमरावती. बीते दो तीन दिनों से शुरू झमाझम बारिश के चलते जिले समेत संभाग के जलाशय लबालब हो गए है. जिसके चलते गुरूवार को अमरावती जिले के पूर्णा, सापन व शहानुर प्रकल्प समेत यवतमाल के बेंबला बांध के गेट खोले गए है. 

    पूर्णा के सभी 9 दरवाजों से विसर्ग

    जिले के चांदूर बाजार स्थित पूर्णा प्रकल्प के सभी 9 गेट गुरूवार की दोपहर करीब 12 बजे 20 सेंटीमीटर तक खोले गए है. जिसमें से 123 घनमीटर प्रति सेकंद जल विसर्ग हो गया है.

    मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर पूर्णा प्रकल्प बना है. मध्य प्रदेश में भारी वर्षा के कारण पूर्णा में जल संग्रहण बढ़ गया है. मध्य प्रदेश में भैसदेई में 193 मिमी, सावलमेंढा में 12 मिमी और बापजाई में 10 मिमी बारिश हुई है. इस प्रकल्प में फिलहाल 59.32 प्रतिशत जलभंडार है. सभी नौ गेट खोले जाने से पूर्णा नदी में पानी अधिक होने से नदी किनार के गांवों को अलर्ट कर दिया गया है. वर्ष 2014 के बाढ़ की पुनरावृत्ती ना हो इसलिए उपविभागीय अभियंता अनुप खवणे, कनिष्ठ अभियंता अक्षय ईरजकर व प्रज्वल वंजारी प्रकल्प पर नजरें गढाए है. 

    सापन, शहानुर के 4 द्वार खुले

    अंजनगांव सुर्जी के शहानुर प्रकल्प के 4 गेट 10 सेंटीमीटर खोले गए है. जिसमें से 9.17 घनमीटर से जल विसर्ग शुरू है. इसी तरह मध्यम प्रकल्प सापन के भी 4 गेट 10 सेंटीमीटर खोले गए. जिसमें से 32.80 घनमीटर जलविसर्ग जारी है. जबकि यवतमाल जिले के बेंबला प्रकल्प 2 गेट 10 सेंटीमीटर खोले गए है.

    बगाजी सागर के 3 गेट खुले

    धामणगांव रेलवे तहसील के बगाजी सागर बांध के 3 गेट गुरूवार की शाम खोले गए. बांध में 282.690 मीटर यानि 69.77 प्रतिशत जल भंडार है. इसलिए बागाजी सागर बांध के तीन गेट 5 सेंटीमीटर तक खोले गए, जिसमें से 13.40 घन मीटर प्रति सेकेंड से पानी छोड़ा जा रहा है.

    जिससे वर्धा नदी तट के वरुड बग्गाजी, चिंचपुर, तुलजापुर, बर्हाणपुर, नायगांव, दिघी महल्ले, बोरगांव निस्ताने, सोनोरा काकडे, आस्टा, झाडा, चिंचोली विटाला आदि गावों को अलर्ट किए जाने की जानकारी निम्न वर्धा प्रकल्प के उपविभागीय अभियंता पवन पांढरे व मंगरूल दस्तगिर के थानेदार सुरज तेलगोटे ने दी है.