bird flu
file

Loading

अमरावती. मेलघाट के सेमाडोह में 14 जनवरी गुरुवार को फिर कौवों की मौत हुई है. यहां दीया ग्राम की घटना के बाद सेमाडोह में 10 कौवे फिर से मारे है, जिससे मेलघाट में हलचल हुई.  हालांकि पशुपालन विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इससे मरें पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित नहीं होने की जानकारी दी थी. बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत नहीं हुई तो फिर किस संक्रमण के कारण पक्षी मर रहे है इसकी जांच पशु विभाग कर रहा है. बर्ड फ्लू से देश भर में बड़ी संख्या में पक्षियों की मृत्यू हो रही है.

पोल्ट्री फार्मों में संक्रमित होने की अधिक संभावना के चलते राज्य सरकार ने पशुपालन विभाग से अलर्ट जारी किया है.  जिले में भी मेलघाट के दीया में कौवे, बडनेरा में मुर्गियां, अचलपुर तहसील के पथ्रोट में मुर्गियां, डा.पंजाबराव देशमुख प्रबोधनी में भोर पक्षी व चिखलदरा तहसील के सेमाडोह में 10 कौवे की मौत हुई है. इन घटना से जिले में हड़कंप मच हुआ है.

बर्ड फ्लू के अलावा अन्य संक्रमण 

सेमाडोह को छोड़ इससे पहले मृत पक्षियों को बर्ड फ्लू का संक्रमित नहीं था ऐसा स्पष्ट हुआ है. बर्ड फ्लू के लिए परीक्षण नकारात्मक रहे हैं. इसीलिए वास्तव में इन पक्षियों की मृत्यु का कारण  क्या है इस बारे में अब पशुपालन विभाग जांच कर रही हैं. कम तापमान और अन्य संक्रमणों के कारण पक्षियों की मौत हुई है ऐसा अनुमान पशु विभाग ने लगाया है.

मौत के कारण की तलाश जारी 

सेमाडोह में कौवे को मृत देखा गया है. इससे पहले की घटना में पक्षी बर्ड फ्लू से नहीं मरे है यह रिपोर्ट से पाता चला है. पक्षियों की मृत्यु के विभिन्न कारण हो सकते हैं प्रवासी पक्षियों के संक्रमण से भी इन पक्षियों की मृत्यू हुई है ऐसी आशंका है. एक अलग संक्रमण से पक्षी के मारने की संभावना है. इसी समय तापमान में गिरावट से पक्षियों की मौत हो सकती है. जिले के पक्षियों की मौत किन कारणों से हुई है. इसकी जांच शुरू कर दी गई है.- डा. विजय रहाटे, जिला पशुपालन अधिकारी