yashomati

    Loading

    अमरावती. कोरोना की श्रृंखला तोड़ने के लिए लॉकडाउन और कर्फ्यू का फैसला लिया गया है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चर्चा और उनके निर्देशों के अनुसार न केवल अमरावती में बल्कि राज्य में कई स्थानों पर कर्फ्यू लगाया गया है. मौजूदा स्थिति में कोरोना संक्रमण रोकना सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है. जिसके चलते लाकडाउन का निर्णय नागरिकों और समाज की सुरक्षा के लिए ही लिया गया है. यह स्पष्टोक्ति राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर ने दी है. 

    श्रृखंला तोड़ने का निर्णय

    फरवरी में पिछले 23 दिनों में, अमरावती जिले में 8,000 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए है. इससे पहले, पीड़ितों की संख्या पिछले सितंबर में सबसे अधिक थी. अब फरवरी में यह संख्या और भी अधिक होने की बात बताते हुए पालकमंत्री ने कहा कि बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कोरोना श्रृंखला को तोड़ने का निर्णय लिया गया. पिछले लाकडाउन की तुलना में अधिक संक्रमित पाए जाने से फिर लाकडाउन और कर्फ्यू के बिना कोई विकल्प नहीं बचा.

    राजनीति ना करें

    कर्फ्यू अकेले अमरावती जिले में नहीं है, इसलिए इस संबंध में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. यह लोगों के जीवन का प्रश्न है. यह निर्णय पूरे समाज के हित में लिया गया है, ताकि नागरिक सुरक्षित रहे और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाए. राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था पिछले एक साल से दिन-रात कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग का उत्साह बढ़ाने की बजाय उन्हें हतोत्साहित करना कहां की राजनीति है.

    यदि कोरोना पीडितों की बढ़ती संख्या को रोका नहीं गया, तो स्वास्थ्य प्रणाली पर तनाव बढ़ेगा और स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होंगी. जिसके लिए वैद्यकीय विशेषज्ञों, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, प्रशासन, महानगरपालिका, जिला परिषद और अन्य स्थानीय निकायों के साथ चर्चा के बाद ही निर्णय लेने की बात यशोमति ने कही.