Shiv Sena leader Chandrakant Khaire was humiliated by his own people, know what is the whole matter_

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    औरंगाबाद. जिले के  20 साल सांसद रहने के बावजूद शिवसेना (Shiv Sena) नेता चन्द्रकांत खैरे (Chandrakant Khaire) राजनीति करने में माहिर है। जिसके चलते शहर की प्रमुख समस्याएं जस की तस बनी हुई है। आज भले ही खैरे सांसद नहीं हैं, परंतु उन्हें आज अपने ही कट्टर पूर्व शिवसैनिक अजय चावरिया के हाथों अपमानित होना पड़ा। अपने वरिष्ठ नेता को अपमानित होता देख शहर के पूर्व मेयर नंदकुमार घोडेले ने अपमानित करनेवाले अजय चावरिया को संभालते हुए मामले को दबा दिया। बल्कि, खुद शिवसेना नेता चन्द्रकांत  खैरे भी अजय चावरिया (Ajay Chavaria) के सामने नतमस्तक हुए। 

    मंगलवार की रात शहर में हुई भारी बारिश से कई इलाकों में हालत खराब हुए। बीते 6 माह से गुलमंडी परिसर में स्थित औषधि भवन के निकट स्थित नाले का काम ठप्प पड़ा है।  इसी दरमियान मंगलवार की रात शहर में  बारिश ने कहर बरसाने के बाद परिसर के कई घरों में पानी घूसा। बल्कि कई लोगों के दुपहिया वाहन नाले में गिरे। बुधवार की दोपहर शिवसेना नेता चन्द्रकांत खैरे, पूर्व मेयर किशु तनवानी, नंदकुमार घोडेले औषधि भवन परिसर में निर्माण हुई गंभीर परिस्थिति का जायजा लेने पहुंचे। तभी पहले से एक जमाने के कट्टर शिवसैनिक रहे अजय चावरिया लोगों की मदद में जूटे हुए थे। खैरे और अन्य शिवसेना नेता सहित महानगरपालिका  अधिकारियों के वहां पहुंचते ही अजय चावरिया आग बबूला हो गए। उन्होंने आंव देखा ना तांव सीधे राजनेताओं और महानगरपालिका अधिकारियों के काम पर नाराजगी जताते हुए अपशब्द कहना शुरु किया। बल्कि, खैरे को अपमानित भी किया।

    खैरे और पानझडे पर दिखाई दिया अधिक गुस्सा 

    चावरिया द्वारा अपशब्द कहते समय उनका गुस्सा शिवसेना नेता चन्द्रकांत खैरे और महानगरपालिका के शहर अभियंता सखाराम पानझडे पर अधिक दिखाया दिया। वहां उपस्थित कई नागरिकोंं ने खैरे की मीठी- मीठी  बातों को अनदेखी कर महानगरपालिका अधिकारियों पर अपना गुस्सा उतारा। इसी दरमियान अजय चावरिया का गुस्सा देखकर शिवसेना नेता खैरे भी गुस्सा गए। लेकिन, जनता का अपने उपर गुस्सा देख खैरे और पूर्व मेयर नंदकुमार घोडेले ने मीठी मीठी  बाते  करते हुए चावरिया को समझाने का प्रयास किया। इसके बावजूद अजय चावरिया नहीं माने और उन्होंंने अपशब्द जारी रखा। अपना सारा मामला उलटता देख शिवसेना नेता खैरे ने चावरिया को समझाते हुए गले में हाथ डाला और प्रेम की भाषा शुरु कर दी। 

    6 माह से ठप्प है नाले का काम 

    गौरतलब है कि शहर के प्रमुख  व्यापार पेठ गुलमंडी में स्थित औषधि भवन के नाले का काम बीते 6 माह से ठप्प है। यह काम एमएसआरडीसी को दिया हुआ है। नाले का काम ठप्प होने से प्रमुख व्यापार पेठ की आवाजाही बीते कई माह से बंद है। इसके बावजूद महानगरपालिका प्रशासन नाले के काम के लिए कोई पहल नहीं कर पा रहा है। बीते माह शहर के सांसद इम्तियाज जलील, सेना विधायक प्रदीप जैसवाल ने इस परिसर का दौरा कर अधिकारियों को औषधि भवन के पुल का काम तत्काल पूरा करने के निर्देश दिया था। लेकिन, आज तक काम नहीं हो पाया। इससे गुस्साएं पूर्व शिवसैनिक अजय चावरिया ने खैरे और अन्य शिव सेना पदाधिकारियों पर अपना गुस्सा उतारा। उसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।