काबुल: पिछले दिनों अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) ने अपनी सरकार का एलान किया है। तालिबान सरकार की कैबिनेट में किसी भी महिला (Woman) को मंत्री नहीं बनाया गया है। तालिबान ने इसके साथ ही अपनी सरकार में महिलाओं को शामिल किए जाने की सभी संभावनाओं को खारिज करते हुए समूह के एक प्रवक्ता ने कहा है कि, महिलाओं को खुद को जन्म देने तक सीमित रखना चाहिए। खबर है कि, तालिबान सरकार (Taliban Government) के गठन के बाद से अफगानिस्तान की सैकड़ों महिलाएं (Women) अपनी जान जोखिम में डालकर सड़कों पर प्रदर्शन (Protest) करती नज़र आ रही हैं। इन महिलाओं ने पिछले दिनों एक प्रदर्शन के दौरान सरकार में शामिल करने की भी मांग रखी थी।
महिलाओं को खुद को जन्म देने तक सीमित रखना चाहिए- तालिबान
अफगानिस्तान में सर्व-पुरुष सरकार पर नाराजगी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तालिबान के प्रवक्ता सैयद ज़करुल्ला हाशिमी ने स्थानीय न्यूज़ नेटवर्क, टोलो न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि, “एक महिला मंत्री नहीं हो सकती, यह ऐसा है जैसे आप उसकी गर्दन पर कुछ बोझ डालते हैं जो वह नहीं संभाल सकती।” उन्होंने आगे कहा कि, एक महिला के लिए कैबिनेट में होना जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि, “उन्हें जन्म देना चाहिए। महिला प्रदर्शनकारी अफगानिस्तान में सभी महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती हैं।”
A Taliban spokesman on @TOLOnews: “A woman can’t be a minister, it is like you put something on her neck that she can’t carry. It is not necessary for a woman to be in the cabinet, they should give birth & women protesters can’t represent all women in AFG.”
Video with subtitles👇 pic.twitter.com/CFe4MokOk0— Natiq Malikzada (@natiqmalikzada) September 9, 2021
वुमन राइट्स को लेकर आवाज़ उठा रही है
वैसे अफगान महिलाएं वुमन राइट्स को लेकर आवाज़ उठा रही है। अगस्त महीने में अफगानिस्तान में तालिबान के कब्ज़े और तालिबान की वापसी के बाद से नागरिक अधिकारों के मामले को लेकर अफगानिस्तान में प्रदर्शन भी हो रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान ने महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने की बात की है।
पिछली सरकार के दौरान नहीं थी महिलाओं को काम करने की इजाजत
बता दें कि, तालिबान के 1996 से 2001 तक के अफगानिस्तान पर शासन के दौरान महिलाओं को काम करने की इजाजत नहीं थी। लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति भी नहीं थी और महिलाओं को अपना चेहरा ढंकना पड़ता था और अगर वे अपने घरों से बाहर निकलना चाहती थीं तो उनके साथ एक पुरुष रिश्तेदार का होना आवश्यक हुआ करता था।
पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन
पिछले दिनों अफगानिस्तान के मामलों में पाकिस्तान की बढ़ती दखलंदाज़ी को लेकर अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में पाकिस्तान के खिलाफ अफगानी महिलाएं प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई थी। तालिबान के लड़ाकों ने इस बीच वहां हवाई फायरिंग कर दी थी। वहीं प्रदर्शन कवर करने पहुंचे पत्रकारों पर भी तालिबान गुस्से फूटा था। उन्हें हिरासत में लिए लिया गया था और कई घंटों तक हिरासत में रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था।