India's message to Taliban from UN, said - the promises made must be respected
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    संयुक्त राष्ट्र: अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान की सरकार बनने की घोषणा हो चुकी है। इसके बाद से कई देशों ने अफगानिस्तान में बने हालातों पर चिंता जताई है। वहीं भारत (India) ने भी अफगानिस्तान में मौजूदा हालात पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) में भारत ने कहा है कि, अफगानिस्तान में हालात अब भी चिंता जनक बने हुए हैं। 

    यूएनएससी में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा है कि, जैसा कि पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर हुए निंदनीय आतंकवादी हमले से देखा गया है, आतंकवाद अफगानिस्तान के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि इस संबंध में की गई प्रतिबद्धताओं का सम्मान किया जाए और उनका पालन किया जाए।

    उन्होंने कहा, अफगानिस्तान में बच्चों के सपनों को साकार करना, अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करनी है। हम तुरंत मानवीय सहायता प्रदान करने का आह्वान करते हैं। उन्होंने कहा कि, भारत अफगानिस्तान में ऐसी व्यवस्था का आह्वान करता है जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व है। एक ऐसी सरकार हो जिसे अधिक अंतरराष्ट्रीय स्वीकार्यता और वैधता प्राप्त हो।

    तिरुमूर्ति ने कहा कि, अफगानिस्तान में नाटकीय बदलाव देखा है। तालिबान ने कहा है कि, वो आतंकवाद के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देगा। तालिबान ने कहा है कि, अफगानी बिना किसी भी रोक टोक के विदेश यात्रा कर सकेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि, इसका पालन किया जाएगा। 

    बता दें कि, इससे पहले बुधवार को यूएन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया था कि वो अफगानिस्तान में वैश्विक आतंकवादी खतरे से निपटने के लिये अपने पास मौजूद सभी संसाधनों का इस्तेमाल करें और युद्ध प्रभावित देश में एक समावेशी सरकार की स्थापना का समर्थन करें। तालिबान ने हाल ही में अंतरिम सरकार की घोषणा की है जिसमें विद्रोही समूह के शीर्ष नेताओं का वर्चस्व है।