नियोजन के अभाव से महाराष्ट्र में हो रही वैक्सीन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की किल्लत

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    औरंगाबाद. केन्द्र सरकार द्वारा महाराष्ट्र में तेजी से फैली कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के लिए बड़े पैमाने पर राहत प्रदान की गई, परंतु राज्य सरकार व प्रशासन के पास वैक्सीन (Vaccine), रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) व ऑक्सीजन (Oxygen) की आपूर्ति को लेकर नियोजन का अभाव होने से औरंगाबाद सहित पूरे राज्य में उनकी किल्लत हो रही है। यह आरोप भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. भागवत कराड (MP Dr. Bhagwat Karad), विधायक अतुल सावे (MLA Atul Save), भाजपा के शहराध्यक्ष संजय केणेकर (Sanjay Kenekar) ने आयोजित पत्रकार परिषद में लगाया।

    उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर पहले लोगों में बहुत सारी गलत फहमियां थी। पहले विरोधी दलों के नेता वैक्सीन का विरोध कर उसे भाजपा की वैक्सीन कह रहे थे। परंतु आज वहीं विरोधी दल के नेता वैक्सीन ले रहे है। वैक्सीन से ही लोग महामारी से बच सकते है। केन्द्र सरकार द्वारा महाराष्ट्र को महामारी के इस गंभीर संकट में राहत देने का काम युध्दस्तर पर जारी है। आज तक महाराष्ट्र को 1 करोड़ 82 लाख 52 हजार 450 वैक्सीन उपलब्ध कराया गया है। 

    मनपा चुनाव के चलते मुंबई में वैक्सीन आसानी से उपलब्ध 

    सांसद डॉ. कराड और शहराध्यक्ष केणेकर ने आरोप लगाया इन दिनों औरंगाबाद में वैक्सीन की बड़े पैमाने पर किल्लत हो रही है। यहीं हाल राज्य के अन्य जिलों व शहरों में भी है। वर्तमान में सिर्फ मुंबई शहर के नागरिकों को ही बड़ी आसानी से वैक्सीन हर केन्द्र में उपलब्ध है। उसका मुख्य कारण राज्य सरकार आगामी मनपा चुनाव को सामने रखकर वहां के हर नागरिक को वैक्सीन उपलब्ध करा रही है। सांसद डॉ. कराड व भाजपा शहराध्यक्ष केणेकर ने आरोप लगाया कि आज औरंगाबाद में वैक्सीन की सबसे कम आपूर्ति हो रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे जालना के है, वहां मरीजों की संख्या औरंगाबाद के मुकाबले काफी कम है, इसके बावजूद वहां के नागरिकों को बड़ी आसानी से वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के मंत्री और नेता वैक्सीन व रेमडेसिविर के इंजेक्शन के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पर दबाव डालकर अपने अपने निर्वाचन क्षेत्र में उसकी आपूर्ति बड़े पैमाने पर कर रहे है।

    इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने में राज्य सरकार नाकाम 

    सांसद डॉ. कराड ने आरोप लगाते हुए कहा कि संकट के इस घडी में पूरे राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी जारी है। सरकार कालाबाजारी रोकने में पूरी तरह नाकाम है। दलाल मरीजों से मिलकर खुले आम रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। केणेकर ने आरोप लगाया कि सरकार व प्रशासन रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। वैक्सीन के मामले में यहीं स्थिति महाराष्ट्र सरकार की है। आज ऑक्सीजन आपूर्ति पर भी किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं है। नियोजन के अभाव से आज राज्य की जनता तकलीफों का सामना कर रही है। वैक्सीन के कमी के चलते औरंगाबाद में केन्द्र बंद हो रहे है। शहरी परिसर के लोग ग्रामीण परिसर में पहुंचकर वैक्सीन लेने से वहां भी कई समस्याएं निर्माण हो रही है। 

    नागरिकों को नहीं मिल रहा दूसरा डोज   

    जनवरी माह से वैक्सीन टीकाकरण का काम शुरु हुआ है। लाखों लोगों ने प्रथम डोज लिया, परंतु दूसरा डोज देने का प्रशासन व सरकार के पास कोई नियोजन नहीं है। शहराध्यक्ष केणेकर ने आरोप लगाया कि औरंगाबाद जिले में खंबीर नेतृत्व न होने से आज जिला प्रशासन त्रस्त है। प्रशासन के अधिकारियों को सुबह शिवसेना के दोपहर में एनसीपी व शाम में कांग्रेस के नेता फोन कर दबाव डालते है। जिससे प्रशासन सक्ते में है। यहीं कारण है कि आज औरंगाबाद जिले में वैक्सीन, ऑक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत होने का आरोप सांसद डॉ. भागवत कराड ने लगाया। प्रेस वार्ता में विधायक अतुल सावे, शहराध्यक्ष संजय केणेकर, पूर्व मेयर बापू घडामोडे, अनिल मकरिए, डॉ. राम बुधवंत उपस्थित थे।