औरंगाबाद. कोरोना महामारी (Corona epidemic) के चलते गत करीब 10 माह से शैक्षणिक क्षेत्र का कामकाज ठप्प था। शहर में कोरोना का प्रकोप कम होने पर मनपा प्रशासक आस्तिक कुमार पांडेय (Aastik Kumar Pandey) ने सोमवार शाम को एक अधिसूचना जारी कर ज्यूनियर कॉलेज के कक्षा 11वीं तथा 12वीं के प्रत्यक्ष क्लासेस आरंभ करने के आदेश दिए हैं। इस आदेश में छात्रों को शिक्षा देने वाले शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों की कोरोना टेस्ट अनिवार्य की गई है।
बता दें कि मार्च माह में कोरोना महामारी ने शहर में बड़े पैमाने पर पांव पसारने के बाद प्रशासन ने मार्च माह में स्कूल व कॉलेज बंद कर दिए थे। गत माह राज्य सरकार की शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना महामारी की स्थानीय स्थिति के अनुसार स्थानीय प्रशासन को स्कूल व कॉलेज खोलने के आदेश 10 नवंबर 2020 को दिए थे। लेकिन शहर में कोरोना का कहर बरकरार रहने से प्रशासक पांडेय ने नवंबर माह में सरकार के आदेश के बावजूद स्कूल व कॉलेज 31 नवंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया था।
बीते एक सप्ताह से शहर में कोरोना मरीजों की संख्या में भारी गिरावट के बाद मनपा प्रशासक पांडेय ने सोमवार की देर शाम एक अधिसूचना जारी कर शहर क्षेत्र में स्थित सभी ज्यूनियर कॉलेज खोलने के निर्देश जारी किए हैं। प्रशासक पांडेय ने बताया कि स्कूल व्यवस्थापक/अभिभावक तथा स्कूल व्यवस्थापन समिति सदस्य व अन्यों के साथ की गई चर्चा के बाद मिशेन बिगेन अगेन अंतर्गत मार्गदर्शन सूचना के तहत महानगर पालिका क्षेत्र के सभी कक्षा 11वीं व 12वीं की कक्षाएं मंगलवार से शुरू करने का निर्णय नियम व शर्तों के अधीन रहकर लिया गया।
इन शर्तों का करना होगा पालन
प्रशासक पांडेय ने बताया कि ज्यूनियर कॉलेज शुरू करने से पूर्व शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों की कोविड टेस्ट करना जरुरी है। कोविड को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार के सूचनाओं का पालन सख्ती से करें। छात्रों के उपस्थिति के बारे में अभिभावकों से लिखित सहमति ली जाए। सरकार के परिपत्रक के सूचनाओं का पालन करें। जिन छात्रों ने ऑन लाइन पध्दति का पर्याय चुना हैं, उन छात्रों के लिए ऑन लाइन शिक्षा पहले की तरह जारी रखें। उपरोक्त आदेश का पालन न करने वाले किसी भी व्यक्ति/संस्था/समिति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत कानूनी कार्रवाई की चेतावनी मनपा प्रशासक पांडेय ने दी है।