औरंगाबाद. मोबाइल चोरी की घटनाएं निरंतर जारी है। मोबाइल चोरी (Mobile Theft) होने के बाद चोर उस मोबाइल का गलत इस्तेमाल ना करें, इस डर से मोबाइल कर्ता पुलिस थाना (Police Station) में शिकायत कर दूसरे ही दिन नया मोबाइल खरीदता है। उसे चोरी हुआ मोबाइल वापस मिलना मुश्किल लगता है। परंतु शहर से सटे और ग्रामीण एसपी कार्यालय क्षेत्र के चिकलथाना पुलिस (Chikalthana Police) थाना में कार्यरत पुलिस कर्मचारी रविन्द्र दाभाडे ने अपनी सीसीटीएनएस की डयूटी संभालते हुए मोबाइल डिटेक्शन का कार्य कर रहे है। इस कार्य में उन्होंने बीते तीन माह में मोबाइल चोरी के 41 मामलों को उजागर कर जिनके मोबाइल चोरी हुए उन्हें मोबाइल लौटाए।
आम आदमी मोबाइल चोरी होने पर सीधे पुलिस थाना पहुंचकर शिकायत देता है। जिस पर पुलिस एनसी दाखिल कर जांच शुरु होने की जानकारी देकर शिकायतकर्ता को टरका देते है। इधर, शिकायतकर्ता भी चोरी हुआ मोबाइल वापस मिलने की आस छोड़कर नया मोबाइल खरीदता है, परंतु चिकलथाना थाने में मोबाइल चोरी की शिकायत मिलने पर पुलिस कर्मचारी रविन्द्र दाभाडे साइबर सेल के माध्यम से जांच में जूटकर मोबाइल चोर का पता लगाते है। उनकी इसी कला के कारण उन्होंने गत तीन माह में 41 लोगों के चोरी हुए मोबाइल वापस दिलाए।
पुलिस कर्मचारी दाभाडे ने कहा कि वर्तमान में किसी भी व्यक्ति को अपनी जान से ज्यादा मोबाइल प्यारा होता है। क्योंकि आज कल लोग मोबाइल पर अपना अधिक समय बीता रहे है। ऐसे में चोरी हुआ मोबाइल उसे वापस मिलने पर उसके खुशी का ठिकाना नहीं रहता।