औरंगाबाद. औरंगाबाद महानगरपालिका (Aurangabad Municipal Corporation) द्वारा स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर उपलब्ध कराने के अलावा बीते एक माह से जारी आंशिक लॉकडाउन तथा इन दिनों जारी ब्रेक द चेन (Break The Chain) के चलते हर दिन शहर में कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की संख्या घट रही है, परंतु लंबे समय के लिए हमें इस महामारी से मुक्ति पाने के लिए वैक्सीन (Vaccine) ही एक मात्र पर्याय है। ऐसे में मनपा द्वारा शहर के हर वार्ड में उपलब्ध कराए गए वैक्सीन सेंटर पर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों ने पहुंचकर वैक्सीन लगाए। यह अपील मनपा प्रशासक और कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय , (Astik Kumar Pandey) ने रविवार को औरंगाबाद वासियों से फेसबुक लाइव के माध्यम से संवाद साधकर की।
कोरोना संक्रमित होने के कारण मनपा प्रशासक पांडेय का बीते एक पखवाड़े से इलाज जारी था। उनका स्वास्थ्य बेहतर होने पर उन्होंने रविवार शाम औरंगाबाद वासियों से संवाद साधकर लोगों से हाथ जोड़कर वैक्सीन लेने की अपील की। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में औरंगाबाद मनपा एक मात्र ऐसी मनपा हैं, जिसके द्वारा हर वार्ड में वैक्सीन देने का काम जारी है। इसका लाभ शहर के 45 साल से अधिक उम्र के लोग उठाकर कोरोना से राहत पाए।
ब्रेक द चेन के बाद व्यापारियों को टीका लगाना होगा अनिवार्य
कमिश्नर ने बताया कि जो दुकानदार, व्यापारी टीका लेने के पात्र है, उन्हें 30 अप्रैल को ब्रेक द चेन समाप्त होने के बाद टीका लेना अनिवार्य किया जाएगा। उसको लेकर मनपा प्रशासन नियोजन कर रहा है। प्रशासक पांडेय ने बताया कि जो दुकानदार टीका लेगा, उसे ही 30 अप्रैल के बाद व्यापार करने की इजाजत देने पर प्रशासन विचार कर रहा है। उस पर हम 30 अप्रैल तक निर्णय ले लेंगे। ऐसे में हर वार्ड में मनपा प्रशासन द्वारा खोले गए वैक्सीन सेंटर पर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों अथवा व्यापारियों ने पहुंचकर वैक्सीन लेने की अपील प्रशासक पांडेय ने की।
इजराइल में 1 करोड़ नागरिकों को दिया गया टीका
कोरोना से राहत पाने इजराइल द्वारा वहां के 1 करोड़ नागरिकों को दिए गए डोज की जानकारी देते हुए पांडेय ने बताया कि वहां की सरकार ने हर नागरिक को टीका देकर कोरोना से मुक्ति पाने का संकल्प किया है। यहीं कारण है कि आज इजराइल के हर नागरिक ने टीका लेने के कारण वहां के नागरिक बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। ऐसे में हमे शहर को कोरोना से मुक्त करना है तो वैक्सीन को अधिक प्राथमिकता देनी होगी।
टीका देने के लिए 143 सेंटर कार्यरत
कमिश्नर ने बताया कि हमने शहर की 17 लाख जनसंख्या के अनुसार 30 से 40 प्रतिशत नागरिकों को वैक्सीन देने का नियोजन किया है। उसके अनुसार आज तक हम करीब 1 लाख 70 हजार नागरिकों यानी 10 प्रतिशत नागरिकों को टीका दे पाए हैं। आज शहर में मनपा के 117 तथा निजी 26 इस तरह कुल 143 सेंटरों पर टीका लगाया जा रहा हैं। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द हम शहर के 5 लाख से अधिक नागरिकों को टीका दे पाए। आगामी कुछ माह में हमें निरंतर वैक्सीन मिलती रही तो हम हमारे नियोजन में कामयाब होंगे। बल्कि, टीका देने पर ही हम शहर को कोरोना से मुक्त कर पाएंगे। कमिश्नर ने बताया कि व्यापारियों के लिए शहर में 11 सेंटर, कंपनियों के कामगारों के लिए 2 सेंटर, बैंक कर्मचारियों के लिए 10 सेंटरों के अलावा बस स्थानक हाइकोर्ट, जिला कोर्ट, रेलवे स्थानक पर वैक्सीन सेंटर कार्यरत है।
टीका लेने पर ही घटेगी मरनेवालों की संख्या
मनपा कमिश्नर के अनुसार, शहर के नागरिक बड़ी संख्या में जब वैक्सीन लेंगे, तब वायरस की तीव्रता घटेगी। इस महामारी में मरनेवालों में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या अधिक है। 45 साल से अधिक उम्र के जो लोग कोरोना के चपेट में आए, वहीं लोग इससे अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसे में मनपा प्रशासन ने वैक्सीन देने का जो नियोजन किया है, उससे शहर में महामारी से मरनेवालों की संख्या भी घटने का दावा प्रशासक पांडेय ने किया। प्रशासन द्वारा बीते तीन माह में पौने दो लाख लोगों को वैक्सीन देने के कारण ही आज हम शहर में कोरोना को नियंत्रण करने में कामयाब हो रहे है। पिछले एक पखवाड़े में हर दिन संक्रमितों की संख्या घट रही है। जो लोग शहर में महामारी से जान गंवा रहे हैं, वह मराठवाड़ा व आस-पास के जिलों के अधिक है।
मनपा के नियोजन के आ रहे बेहतर परिणाम
पांडेय ने बताया कि इन दिनों शहर में ब्रेक द चेन के तहत सख्त लॉकडाउन जारी है। इसके बावजूद नागरिक बड़ी संख्या में सड़कों पर आ रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए मनपा प्रशासन ने पुलिस की मदद से बिना वजह सड़क पर घूम रहे लोगों की कोरोना टेस्टिंग शुरु की है।उसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे है। साथ ही प्रशासन ने पिछले वर्ष की तरह शहर के एंट्री पॉईंट पर टेस्टिंग शुरु करने के कारण हम संक्रमितों को ढूंढने में बड़ी आसानी से कामयाब हो रहे हैं। मनपा प्रशासन ने गत वर्ष जो कदम महामारी पर ब्रेक लगाने के लिए उठाए थे, उस पर सख्ती से अमलीजामा पहनाया जा रहा है। यहीं कारण है कि शहर में संक्रमितों की संख्या घटने का दावा प्रशासक पांडेय ने किया।