Aadhaar registration of stuck children, delay in registration of 19,000 children
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भंडारा. देश के हर नागरिक का विशिष्ट परिचय क्रमांक कार्ड हो, इसके लिए सरकार की ओर से सभी को आधार कार्ड अनिवार्य किया गया है. लगभग सभी सरकारी, गैर सरकारी तथा निजी काम के लिए आधार कार्ड पहचान पत्र के रूप में स्वीकार्य किया जाता है. इतना होने के बाद भी जिले में बहुत से ऐसे नागरिक हैं, जिनके पास आधार कार्ड नहीं हैं. कोरोना महामारी का प्रादुर्भाव न हो, इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन की घोषणा की गई और इस लॉकडाउन के कारण आधार केंद्रों को भी बंद करना पड़ा. लॉकडाउन में जब शीथिलता दी गई तो लोगों ने उम्मीद जतायी थी कि अब आधार केंद्र भी शुरु हो जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, सभी आधार केंद्रों पर अभी भी ताले लगे हुए हैं.

मेरा आधार, मेरी पहचान कहकर आधार कार्ड रखने वाले बड़े गर्व से कहते हैं कि हम तो देश के सम्मानित नागरिक हैं. कोरोना का प्रादुर्भाव होने के बाद सभी सेतु केंद्र, आपलं सरकार सेवा केंद्र तथा सीएससी केंद्र 23 मार्च से जिलाधिकारी के अदेश से बंद करने के आदेश दिए गए. अब जबकि जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है, इसलिए आधार केंद्र खुलने के आसार कम हो गए हैं. 

जिले के आधार केद्र बंद होने के कारण नागरिकों के अनेक कार्य रुके पड़े हैं. नव वरवधु के आधार कार्ड पर नाम बदलने, कृषि या व्यवसाय के लिए कर्ज, आयकर लाइसेंस, बैंक में एकाउंट खोलने जैसे कार्य बगैर आधार कार्ड के नहीं हो सकते. आधार कार्ड के अभाव में नागरिकों की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए नगर परिषद तथा जि प की सरकारी इमारत में कम से कम आधार केंद्र शुरु करने की मांग केंद्र संचालक तथा नागरिकों की ओर से की जा रही है.