- कई लोगों का लिया गया बयान
मोहाडी. श्रावण बाल योजना का लाभ प्राप्त कर देने के लिए जिन 35 लोगों ने झूठे प्रमाणपत्र को जोडकर आवेदन प्रस्तुत किए थे उन आवेदनकर्ताओं की जांच शुरू हो गई है. आवेदनकर्ताओं के दिए गए बयान अनुसार सभी के आवेदन वहां के ही एक व्यक्ती द्वारा भरकर दाखिल करने का खुलासा हुआ है. तथा दाखिल किए गए आवेदन के झुठे दस्तावेज भी उसी व्यक्ती ने स्वयं तैयार करने का आवेदनकर्ताओं का कहना है.
ताडगाव के 35 लोगों ने श्रावणबाल योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आनलाइन आवेदन प्रस्तुत किए थे. हालांकि इन सभी आवेदन के साथ जोडी गई पटवारी रिपोर्ट, वैद्यकीय प्रमाणपत्र एवं आधार कार्ड फर्जी थे. एवं यह मामला बहूत गुंज गया था. अब तहसीलदार ने इस मामले के जांच के आदेश दिए है. नायब तहसीलदार हुकरे इसकी जांच कर रहे है.
आवेदनकर्ता के बयान अनुसार ताडगाव के श्रावण डोये ने आवेदनकर्ता की ओर आकर कहा कि तुम्हें मैं श्रावण बाल योजना का लाभ प्राप्त कर देता हूं. इस पर उनके द्वारा फोटो, आधार कार्ड, बैंक की पासबुक झेराक्स तथा आवेदन के लिए लगनेवाला खर्च किसी की ओर से हजार रु. तो किसी की ओर से 2 हजार रु. आवेदन भरने के लिए लिए. उस आवेदनकर्ता ने दाखिल किए आवेदन पर स्वयं के हस्तांक्षर या अंगुठा भी नहीं लगाया. तथा वैद्यकीय प्रमाणपत्र एवं पटवारी रिपोर्ट भी नहीं जोडी ऐसा आवेदनकर्ता का कहना है. इस कारण यह संपूर्ण फर्जी कागजात श्रावण डोये ने ही तैयार किए होंगे ऐसा संदेह है. इसमें दोषी कौन यह जांच पूरी होने पर ही सामने आएगा. इस मामले की जांच की जाए ऐसी मांग हो रही है.
जिला दुध उत्पादक संघ संचालक रिता हलमारे ने कहा कि इस मामले के सभी आवेदनकर्ता निर्दोष है. उनके अज्ञान होने का लाभ उठाकर झुठे कागजात पत्र तैयार करनेवाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.