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लाखांदूर. शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार लाकडाउन के कार्यकाल में शालेय शिक्षक व कर्मचारियों को विभिन्न प्रशासकीय काम सौंपे गए हैं. उनकों मुख्यालय में रहने के सख्ती के निर्देश दिए गए. हालांकि इस बारे में सरकारी निर्देशों का उल्लंघन करते हुए कोरोना स्थिति में भी लाखांदूर के अधिकतम शिक्षक व प्राध्यापक बाहरी जिले से अपडाउन कर रहे हैं. कोरोना महामारी के कारण मार्च से सभी ओर जमावबंदी व संचारबंदी लागू है.

इस कार्यकाल में सभी सरकारी, निमसरकारी अधिकारी कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने निर्देश दिए गये थे. सभी स्कूल कालेजों को बंद रखकर केवल शिक्षक व कर्मचारियों ने शालेय प्रशासन के कार्य संभालते हुए छात्रों को आनलाइन तरीके से पढ़ाने का आदेश भी दिए गए थे. इस वर्ष का नया शैक्षणिक सत्र पिछले 26 जून से शुरू होने की अपेक्षा थी. 

मुख्यालय में रहने के है निर्देश
संबंधित स्कूल 1 जुलाई से शुरू करने का भी फैसला हुआ था. हालांकि शिक्षा विभाग के तहत नए से 31 जुलाई तक बंद रखने का आदेश प्राप्त होने से फिर से एक बार आनलाइन तरीके से छात्रों को पढ़ाई करवाने के निर्देश दिए गए. हालांकि लाकडाउन से लेकर आज तक लाखांदूर के कई शालाओं के अधिकतम शिक्षक एवं प्राध्यापक समीप के गड़चिरोली, चंद्रपुर एवं गोंदिया जिले से प्रतिदिन आवागमन कर रहे हैं.

इस मामले में सरकार ने शीघ्र दखल लेकर लाकडाउन में अंतरजिले से अपडाउन करनेवाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग छात्र, अभिभावक एवं नागरिकों द्वारा की जा रही है. पंस. लाखांदुर गुटशिक्षाधिकारी टी.बी. अंबादे ने बताया कि सभी शिक्षक कर्मचारियों को मुख्यालय में रहने के आदेश दिए है. स्कूल अभी तक शुरू नहीं हुए है, फिर भी सभी शिक्षकों ने मुख्यालय में रहने के प्रमाणपत्र सौंपे है.