Microsoft supports Australian plan to take money from Google for news

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    नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट कंपनी (Microsoft) ने अपने 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। पता हो कि, जुलाई महीने के बाद यह तीसरा मौका है, जब कंपनी ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला है। एक अमेरिका की न्यूज वेबसाइट के हवाले से ये खबर सामने आई है। 

    बता दें कि, माइक्रोसॉफ्ट के पास करीब 1.80 लाख कुल कर्मचारी है। माइक्रोसॉफ्ट ने जुलाई के बाद से अब तक कंपनी के 1 फीसदी लोगों को नौकरी से निकाल दिया है। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, हम अपने बिजनेस प्राथमिकताओं की नियमित रूप से व्यावसायिक प्राथमिकताओं का मूल्यांकन करते हैं जिसके आधार पर फैसले लिए जाते हैं। जुलाई की छंटनी के बाद, कंपनी ने अपने एक कस्टमर फोकस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स से  200 कर्मचारियों को निकाल दिया।

    हाल के दिनों में कई कंपनियों ने वैश्विक आर्थिक संकट और मंदी के डर के चलते अपने कर्मचारियों को छटनी की है। ऐसा माना जा रहा है कि, आने वाले दिन और कठिन रह सकते हैं। माना यह जा रहा है कि, कंपनी ने अलग अलग लेवल और टीम में से लोगों को निकाला है। छंटनी के शिकार हुए कई कर्मचारियों ने ट्वीटर पर जाकर निकल जाने की बात कही है। हालांकि, अभी तक कंपनी ने ये नहीं बताया कि कितने लोगों को नौकरी से निकाला गया है।

    क्रंचबेस द्वारा तैयार किए डाटा के अनुसार, अमेरिका में बड़ी टेक कंपनियों ने 32000 लोगों को नौकरी से निकाला है। इन कंपनियों में माइक्रोसॉफ्ट के साथ मार्क झुकरबर्ग की मेटा भी शामिल है। राइड-शेयरिंग प्लेटफॉर्म उबर और Netflix के साथ कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और लेंडिंग प्लेटफॉर्म ने लोगों को नौकरी से निकाल दिया है।     

    उल्लेखनीय है कि, हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है कि, Intel Corp भी बड़ी तादाद में लोगों को नौकरी से निकलने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि,यह कंपनी हजारों की संख्या में कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। दरअसल, पर्सनल कम्प्यूटर सेगमेंट, पीसी प्रोसेसर्स के सेल्स में लगातार गिरावट से कंपनी के सामने संकट पैदा होता जा रहा है।