pichai
File Pic

Loading

मुंबई: आर्थिक मंदी गहराते ही आईटी कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है। मेटा में छंटनी भी हुई है। अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि क्या गूगल में भी नौकरियों में कटौती होगी। गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने छंटनी की संभावना से पूरी तरह इनकार नहीं किया। उन्होंने ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ को दिए एक इंटरव्यू में यह टिप्पणी की। सुंदर पिचाई ने कहा कि अभी हमारे पास जो मौका है, हम उस पर फोकस कर रहे हैं। हमें बहुत काम करना बाकी है।

जीमेल और गूगल डॉक्स में बदलाव किया जाएगा

पिचाई के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), चैटबॉट बार्ड, जीमेल और गूगल डॉक्स में बदलाव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में काम चल रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह अब हमारे लिए प्राथमिकता का विषय है। कंपनी को और अधिक कुशल बनाने के लिए Google ने जनवरी में 12 हजार कर्मचारियों की कटौती की थी। गूगल ने उस समय कहा था कि यह कटौती कंपनी के मुनाफे को और अधिक सुसंगत बनाने के लिए की गई है। सुंदर पिचाई ने ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के साथ एक साक्षात्कार में आगे कहा कि हम यह देख रहे हैं कि दक्षता बढ़ाने के लिए हम क्या कर सकते हैं। हम काम पर ज्यादा ध्यान देते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी काफी काम बाकी है। यह पूछे जाने पर कि क्या गूगल परिचालन लागत में 20% की कमी करने जा रही है, पिचाई ने कहा कि कमी होने जा रही है। लेकिन, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई शब्द नहीं है। हमने कुछ लक्ष्य निर्धारित किए हैं। उन्होंने संकेत दिया कि जोर लंबी अवधि की बचत पर है।

सर्च इंजन में AI शामिल

सर्च इंजन गूगल (Google) में जल्द ही एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को गूगल सर्च इंजन में शामिल किया जाएगा। इसको लेकर गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बयान दिया है। अब आप गूगल सर्च इंजन में टाइप करेंगे तो आपको ChatGpt जैसा जवाब मिलेगा, यह खबर द वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी है। बताया जा रहा है कि चैटजीपीटी से कड़ी चुनौती मिलने के बाद गूगल ने यह कदम उठाया है। सुंदर पिचाई ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में सुधार से विभिन्न प्रकार की खोजों पर प्रतिक्रिया देने की गूगल की क्षमता बढ़ेगी। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, सुंदर पिचाई ने कहा कि भविष्य में, Google खोज को एआई द्वारा समर्थित किया जाएगा, ताकि खोज और परिणाम बेहतर और अधिक सटीक हों।