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  • 2022 में सेंसेक्स का रिटर्न रहा मात्र 4%

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मुंबई: 2022 में रिकॉर्ड तोड़ महंगाई, बढ़ती ब्याज दरें, रूस-यूक्रेन वार और अमेरिका सहित वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी आने की आशंका में निवेशक चिंतित रहे। नतीजन इक्विटी मार्केट (Stock Market) में भारी उतार-चढ़ाव का आलम रहा और निवेशकों को कमाई नहीं हो पाई। नयी ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) में मात्र 4% का रिटर्न मिल पाया। जबकि मिडकैप (Midcap) में सिर्फ 1% की बढ़त आई और स्मालकैप इंडेक्स (Smallcap Index) में तो 2% का नुकसान रहा। व्यापक तौर पर देखा जाए तो 2022 में बैंकिंग, डिफेंस, ऑटो, एफएमसीजी जैसे कुछ चुनिंदा सेक्टरों के शेयरों में ही तेजी आई, जबकि अन्य क्षेत्रों के अधिकांश शेयरों में मंदी आई। मंदी के माहौल में म्यूचुअल फंड प्रबंधकों के लिए भी बाजार से कमाई कर पाना चुनौतीपूर्ण था, परंतु इस कठिन हालात में भी कई फंड मैनेजर अपनी सूझबूझ और चतुराई से रिटर्न (Return) प्राप्त करने में सफल रहे और अपने निवेशकों को अच्छा प्रतिफल प्रदान कर उनकी वेल्थ (Wealth) बनाने का क्रम जारी रखा।

इस लेख में ‘enavabharat.com’ 2022 के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली 25 इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों (Equity Mutual Funds) की जानकारी दे रहा है। जिन्होंने निवेशकों को बीते साल बेंचमार्क से अधिक यानी 6% से 18% तक का लाभ प्रदान किया है। इनका रिटर्न अपनी कैटेगरी में भी श्रेष्ठ रहा।

लार्जकैप में निपोन, HDFC, ICICI और SBI अव्वल

लार्जकैप फंड कैटेगरी में ‘नवभारत प्लेटिनम अवार्ड-2022’ से पुरस्कृत ‘निपोन इंडिया लार्जकैप फंड’ (Nippon India Largecap) ने सबसे अधिक 12.4% का शानदार रिटर्न दिया है। निपोन इंडिया म्यूचुअल फंड की इस स्कीम का प्रबंधन कोष (AUM) करीब 13,000 करोड़ रुपए है और विगत 10 वर्षों में भी इसका औसत वार्षिक प्रतिफल 14.3% रहा है और निवेशकों की अच्छी वेल्थ बनाई है। दूसरे स्थान पर एचडीएफसी टॉप 100 फंड (HDFC Top 100 Fund) है। इसने 2022 में 11.4% का फायदा दिया है और विगत 10 वर्षों में औसत वार्षिक प्रतिफल 12.8% रहा है। लार्जकैप फंड स्कीमों का निवेश मुख्यतः सेंसेक्स व निफ्टी आधारित ब्ल्यूचिप कंपनियों में होता है। इस कैटेगरी में तीसरे स्थान पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ब्ल्यूचिप फंड (ICICI Prudential Bluechip Fund) रहा है, इसने 2022 में 7.8% रिटर्न दिया है। जबकि चौथे स्थान पर एसबीआई ब्ल्यूचिप फंड (SBI Bluechip Fund) रहा है। 35,600 करोड़ रुपए से अधिक के एयूएम के साथ इसने 2022 में 5.6% रिटर्न दिया है। देश के सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई (SBI MF) की इस स्कीम ने विगत 10 वर्षों में वार्षिक 14.4% का अच्छा रिटर्न देकर निवेशकों की अच्छी वेल्थ बनाई है। 

स्मालकैप में SBI, टैक्स बचत में क्वांट का बढ़िया प्रदर्शन

लार्जकैप एंड मिडकैप कैटेगरी में ICICI प्रूडेंशियल और टाटा म्यूचुअल फंड की स्कीमों ने 2022 में सबसे अधिक 12% से अधिक का फायदा दिया है। जबकि मिडकैप फंड कैटेगरी में क्वांट मिडकैप फंड (Quant Midcap Fund) ने भी 18.5% का लाभ प्रदान किया है। स्मालकैप फंड कैटेगरी में 2580 करोड़ रुपए के एयूएम वाले क्वांट स्मालकैप (Quant Smallcap Fund) ने 10.5% का फायदा दिया है, जबकि ‘नवभारत प्लेटिनम अवार्ड-2022’ से पुरस्कृत 15,300 करोड़ रुपए एयूएम वाले ‘एसबीआई स्मालकैप फंड’ (SBI Smallcap Fund) ने 9.5% का रिटर्न दिया है। निपोन इंडिया स्मालकैप फंड (Nippon India Smallcap Fund) 7.5% रिटर्न के साथ तीसरे स्थान पर रही है। टैक्स बचत वाली ईएलएसएस कैटेगरी (ELSS) में क्वांट टैक्स प्लान (Quant Tax Plan) 13.3% के अच्छे रिटर्न के साथ शीर्ष पर है। 

वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था काफी बेहतर स्थिति में है। क्रेडिट डिमांड, पूंजी निवेश और टैक्स कलेक्शन उत्साहवर्धक हैं। उम्मीद है कि 2023 में महंगाई दर में धीरे-धीरे गिरावट आएगी, लेकिन वैश्विक हालात अभी भी चिंताजनक हैं। हमें लगता है कि 2023 के शुरूआती महीनों में महंगाई की चिंता, मौद्रिक नीति और अन्य वैश्विक कारणों से इक्विटी मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। आम बजट 2023 से भी बाजार की आगे की चाल तय होगी। 2023 में निवेश अवसरों की बात करें डेब्ट म्यूचुअल फंड में निवेश का यह अच्छा समय है। हाई यील्ड के कारण फिक्स इनकम इन्वेस्टमेंट आकर्षक दिख रहे हैं। टारगेट मैच्योरिटी फंड भी मीडियम व लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छे हैं। इक्विटी मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद इक्विटी फंडों में निवेश जारी रखना चाहिए क्योंकि इंडिया का लॉन्ग टर्म आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है। नए निवेशक कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड से निवेश शुरू कर सकते हैं। फ्लैक्सी कैप और बैलेंस्ड एडवांटेज फंड भी अच्छे विकल्प हैं।

-डी.पी. सिंह, उप प्रबंध निदेशक, एसबीआई म्यूचुअल फंड

2022 में डोमेस्टिक डिमांड ओरियंटेड सेक्टर जैसे कि बैंकिंग, कंज्यूमर प्रोडक्ट, इंडस्ट्रियल आदि का प्रदर्शन ग्लोबल डिमांड वाले सेक्टर की तुलना में अच्छा रहा। हम इन डोमेस्टिक डिमांड आधारित क्षेत्रों में ओवरवेट रहे। जिसका फायदा हमें मिला और निवेशकों को बेहतर प्रतिफल प्राप्त हुआ। 2023 के लिए फिलहाल सीमित रिटर्न की अपेक्षा करना करनी चाहिए क्योंकि जिस प्रकार से वैश्विक अनिश्चतताएं और ब्याज दरों में वृद्धि का रूख जारी है, उसे देखते हुए बहुत बड़े रिटर्न की अपेक्षा नहीं की जा सकती। एसी स्थिति में रिटेल निवेशक के लिए फ्लेक्सीकैप या मल्टीकैप अगले 1-2 वर्ष के लिए अच्छा ऑप्शन है। फंड हाउस के स्तर पर हम हमारी ‘ग्रोथ एट रिजनेबल प्राइस’ की निवेश रणनीति के अंतर्गत फंड पोर्टफोलियों का प्रबंधन करेंगे।

-आशुतोष भार्गव, हैड-इक्विटी रिसर्च, निपोन इंडिया म्यूचुअल फंड

जैसा कि हमने पिछले साल देखा, अब 2023 में भी वैश्विक मंदी की आशंका से इक्विटी बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। इसलिए सही म्यूचुअल फंड श्रेणी और योजनाओं को चुनने में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। हम 2023 के लिए बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को रिकमेंड कर रहे हैं, जो इक्विटी और डेब्ट में उनके गतिशील आवंटन के माध्यम से स्थिरता प्रदान करते है। डेब्ट म्युचुअल फंड स्कीमों में, 4-5 साल की अवधि वाले कॉर्पोरेट बॉन्ड और टारगेट मैच्योरिटी फंडों में इन्वेस्ट किया जा सकता है क्योंकि हम ब्याज दर वृद्धि चक्र की समाप्ति के करीब आ गए हैं। जबकि इस अनिश्चित माहौल में इक्विटी फंडों में अधिक रक्षात्मक होने के लिए फ्लेक्सी कैप, लार्ज और मिडकैप श्रेणियों के फंडों में निवेश करना उचित होगा। ‍

-विवेक गोयल, प्रबंध निदेशक, टैलविंड फाइनेंशियल सर्विसेज