- नागरिकों ने दिखाई तत्परता
चंद्रपुर. सप्ताह भर से वैक्सीन की कमी के चलते प्रभावित कोरोना प्रतिबंध टीकाकरण की मुहिम मंगलवार को वैक्सीन आने से तेजी आयी. सोमवार की शाम को वैक्सीन का वाहन नागपुर से चंद्रपुर पहुंचा था. जिसे सुरक्षित स्थान पर रखा गया था. सुबह ही सभी केन्द्रों पर यह वैक्सीन का वितरण किया गया. जिले में 98 केन्द्रों में 91 सरकारी और 7 केन्द्र निजी हैं. इसमें केवल 5 ऐसे केन्द्र रहे जहां वैक्सीन नहीं पहुंच पाने से टीकाकरण प्रभावित रहा, जबकि अन्य स्थानों पर तो लोगों की भीड़ लगी थी. कुल 7 हजार 319 लोगों ने टीकाकरण कराया.
जिन केन्द्रों पर टीकाकरण नहीं हो पाया उनमें ख्रिस्तानंद ब्रम्हपुरी, बुक्कावार हास्पिटल, वासाड़े हास्पिटल, वरोरा उपजिला अस्पताल, पाटन सरकारी अस्पताल का समावेश है, जबकि जिन केन्द्रों पर सर्वाधिक रूप से टीकाकरण हुआ उसमें नागभीड़ में 252, नारांडा में 230, मूल में 200, कवठाला में 198, ताडाली में 162 लोगों को वैक्सीन दी गई, हालांकि एक ही केन्द्र पर पहले 100 लोगों को ही वैक्सीन देने की व्यवस्था की गई थी, परंतु कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिन-जिन केन्द्रों पर वैक्सीन जितनी भी मात्रा में उपलब्ध है और वैक्सीन लगाने वाले मौजूद हैं तो सभी को वैक्सीन लगाने के निर्देश प्रशासन ने दिए हैं.
1, 64, 850 लोगों का टीकाकरण
अब तक जिले में 1 लाख 64 हजार 850 लोगों का टीकाकरण मंगलवार की शाम 6 बजे हुआ था. इसमें 1 लाख 47 हजार 396 लोगों ने पहली बार और 17 हजार 454 लोगों ने दूसरी बार टीका लगाया है. पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन की सीमित संख्या होने के कारण टीकाकरण काफी प्रभावित हो रहा था.
यहां जिले से दूर-दूर से निजी अस्पतालों में टीकाकरण करने आने वाले लोगों को वैक्सीन ना होने से वापस लौटना पड़ रहा था. रविवार को वैक्सीन के लिए पंजीयन होने के बाद कैलाशनगर वणी के दो व्यक्ति यहां एक निजी टीकाकरण केन्द्र पहुंचे थे, परंतु ऐन समय पर उन्हें सूचना दी गई कि वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. उन्हें निराश होकर वापस लौट जाना पड़ा.
पुन: प्रारंभ हुआ टीकाकरण
बल्लारपुर में कोविड-19 टीकाकरण मंगलवार से पुन: प्रारंभ हो गया. टीके के अभाव में 5 दिनों से बंद पड़े टीकाकरण अभियान के शुरू होते ही नागरिकों की लंबी कतारें केन्द्र पर दिखाई पड़ी. शहर के 5 तथा ग्रामीण के 3 ऐसे तहसील के सभी 9 टीकाकरण केन्द्र नववर्ष के आगमन के साथ प्रारंभ हो गए. तहसीलदार राईंचवार के अनुसार तहसील को 4000 डोज का कोटा दिया गया है टीकाकरण के औसत को देखते हुए वर्तमान में दिए गए कोटे से तहसील में सप्ताह भर में टीकाकरण किया जा सकता है.