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– विनय कुमार

शुक्रवार 6 नवम्बर को हुई एलिमिनेटर क़्वालिफ़ायर मैच में कांटे की टक्कर और बेहद रोमांचक मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को पूरी उम्मीद थी वो इस मैच को जीत जाएगी और फाइनल का रास्ता साफ़ हो जाएगा। लेकिन चैंपियन बनने का इरादा लिए मैदान में उतरी कप्तान कोहली की टीम को सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) ने बेहद रोमांचक मैच में 6 विकेट से हरा दिया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टूर्नामेंट से बाहर हो गई। 

आईपीएल के इतिहास में अभी तक RCB एक बार भी आईपीएल की ट्रॉफी नहीं जीत पाई है। अबकी सीज़न में टीम की हार को लेकर सिर्फ कप्तान कोहली पर ही नहीं बल्कि टीम के खिलाड़ियों के चुनाव के मैनेजमेंट को लेकर भी आलोचनाएं हो रही हैं। माना जा रहा है कि RCB की हार की वजह उसके कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका इस सीज़न में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। ऐसे में खबर ये भी उड़ने लगी है कि ऐसे कुछ खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। और, अगले सीज़न यानी आईपीएल 2021 में ये खिलाड़ी मैदान से नदारद नज़र आएंगे।  

शिवम दुबे पर लटक रही तलवार 

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के युवा ऑलराउंडर शिवम दुबे पिछले दो सीज़न, यानी सीज़न 12 (2019) से खेल रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि इस हरफनमौला खिलाड़ी को लगातार मौके मिले लेकिन, शिवम् दुबे का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। अगर हम बल्लेबाज़ी की बात करें तो, बल्लेबाजी में शिवम् ने खेले 9 पारियों में 18.42 के औसत से सिर्फ 129 रन बनाए। और गेंदबाजी में उनका करिश्मा बिलकुल नज़र नहीं आया।  इस सीज़न में उनको सिर्फ 4 विकेट ही हासिल हुए। ऐसे में प्रदर्शन को देखते हुए लगता नहीं है कि अगले सीज़न में शिवम दुबे को RCB की टीम में रख पाएगी।  

डेल स्टेन पर भी गिर सकती है गाज 

एक वक़्त था जब क्रिकेट की दुनिया में डेल स्टेन की गेंदबाज़ी का जलवा था। लेकिन आईपीएल के ताज़ा सीज़न में उनकी गेंदबाज़ी में वो घातक धार नज़र नहीं आई। उनकी ग़ज़ब की स्विंग और घातक रफ्तार ने इतिहास में अपनी टीम को कई मैच जिताए, लेकिन अब उनकी बढ़ती उम्र का असर उनके खेल पर नज़र आ रहा है। लेकिन, अबकी सीज़न आईपीएल 2020 में देल स्टेन ने 3 मैचों में सिर्फ 1 विकेट लिया और गेंदबाज़ी में उनका इकॉनमी रेट 11 रन प्रति ओवर से भी ज्यादा का रहा। ऐसे में लगता है कि अगले सीजन में साउथ अफ्रीका का ये नामचीन गेंदबाज़ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम में नज़र नहीं आएगा।    

उमेश यादव भी जा सकते हैं बाहर 

अबकी सीज़न धुरंधर गेंदबाज़ माने जाने वाले उमेश यादव की गेंदबाज़ी की रफ़्तार और अनुभव की करामाती भी नहीं दिखी। उमेश यादव फ्लॉप रहे। शायद यही वजह है कि उमेश यादव को ताज़ा सीज़न, IPL 2020 में सिर्फ 2 मैच ही खेलने मिला।  इन दो मैचों में उनके खाते एक भी विकेट नहीं आया। इन दो मैचों में भी वो महंगे ही साबित हुए। उनका इकनॉमी रेट 11.85 रन प्रति ओवर का रहा। ऐसे में लगा नहीं है कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का प्रबंधन इस खिलाड़ी पर पास फेंकेगा।  

एरॉन फिंच भी फिसड्डी 

यूं तो टीम ऑस्ट्रेलिया के टी20 और वनडे के कप्तान एरॉन फिंच को क्रिकेट के इन फोर्मट्स का शानदार खिलाड़ी माना जाता है, लेकिन IPL 2020 में फिंच फेल सा दिखे। अबकी ताज़ा सीज़न में उन्होंने खेले 12 मैचों में 22.33 की औसत से सिर्फ 268 रन ही बनाए। हां, इन 268 रनों के स्कोर में उनका एक अर्धशतक ज़रूर शामिल है। लेकिन, क्रिकेट की दुनिया में उनकी कद और नाम को देखते हुए जैसे प्रदर्शन की उम्मीद थी, उस उम्मीद के तराज़ू में वो इन्साफ करते नज़र नहीं आए, और फिसड्डी साबित हुए। ज़ाहिर है, RCB एरॉन फिंच को अगले सीज़न टीम में रखेगी, मुश्किल ही लगता है।  

गुरकीरत सिंह का क्या होगा ? 

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पंजाब के युवा बल्लेबाज गुरकीरत सिंह को अबकी सीज़न 5 मैचों में मौका दिया, लेकिन, गुरकीरत सिंह इस मौके को भुना नहीं पाए। उन्होंने खेले अपने 5 पारियों में सिर्फ 71 रन बनाए और स्ट्राइक रेट सिर्फ 88 का रहा। हो सकता है गुरकीरत सिंह को एक और मौका मिले, लेकिन अगर RCB का मैनेजमेंट का नजरिया सख्त हुआ तो गुरकीरत को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया जा सकता है, ताकि नए खिलाड़ियों में एक मेसेज जा सके। हालांकि, ये सभी जानते हैं, की क्रिकेट संभावनाओं का खेल है। इसमें कई बार बड़े-बड़े तीस मार खां भी बुरी तरह पिट जाते हैं, तो कई नौसीखिए खिलाड़ी नए कीर्तिमान भी दिखा जाते हैं और अपनी जगह पक्की कर जाते हैं।