नई दिल्ली: अपने प्रखर और विवादास्पद बयानों से हमेशा से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत चर्चा में बनी रहती है। इन दिनों कंगना की मुश्किलें दिन बी दिन बढ़ती जा रही है। दरअसल सोशल मीडिया पोस्ट में सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में सोमवार को एक सिख संगठन ने मुंबई कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर शिकायत की।
मुंबई के खार पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की ओर से शिकायत मिली है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
मुंबई पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के नेता और डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कंगना के खिलाफ शिकायत सौंपी थी।शिकायत में डीएसजीएमसी ने कहा है कि कंगना ने जानबूझकर किसानों के आंदोलन को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में दर्शाया है और सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी भी करार दिया है।
इस वजह से हुआ मुकदमा दर्ज
आपको बता दें कि शिकायत का हवाला देते हुए मुंबई पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसमें कंगना पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 1984 के दंगों और नरसंहार को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक योजनाबद्ध कदम के रूप में दर्शाया था।
कंगना ने कहा….
दरअसल कंगना ने कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद अपने बयान में लिखा था कि, ‘खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी हो लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला प्रधानमंत्री ने इनको कुचल दिया था, चाहे इससे देश को कितना भी कष्ट हुआ हो उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छर की तरह मसल दिया लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए’।