मुंबई: हिंदुत्व कट्टरवाद को हमेशा कठघरे में खड़ा करने वाले जावेद अख्तर ने दीवाली के मौके पर हिंदुत्व को लेकर कुछ ऐसी बातें कहीं जिसे लेकर उनकी काफी चर्चा हो रही है। राज ठाकरे द्वारा आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में इस मुद्दे पर बोलते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि, ‘भगवान राम और सीता न केवल हिंदू देवी-देवता हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत हैं।’
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जावेद अख्तर ने इस मुद्दे पर बड़ी संजीदगी से अपनी बात रखते हुए कहा कि, ‘हालांकि वो नास्तिक हैं, लेकिन मैं राम और सीता को इस देश की संपत्ति मानता हूं। इस कार्यक्रम में मेरे शामिल होने की वजह भी यही है।’ जावेद ने आगे कहा कि, ‘मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं राम और सीता की भूमि पर पैदा हुआ हूं, जब हम मर्यादा पुरुषोत्तम की बात करते हैं तो राम और सीता ही याद आते हैं। तो, आज से जय सियाराम।’ गीतकार ने लोगों से ‘जय सिया राम’ के नारे लगाने के लिए भी कहा।
इस कार्यक्रम में जावेद अख्तर ने हिंदुत्व को लेकर भी अपनी सोच सबके साथ साझा की। उन्होंने कहा, ;हिंदुत्व एक धर्म से ज्यादा एक जीवन शैली है। हिंदुओं के बारे में खास बात यह है कि उनके दिल में हमेशा एक महानता थी। लेकिन अगर आप इसे खत्म कर देते हैं, तो आप दूसरों की तरह बन जाते हैं। आपने जिस तरह से जीवन जिया है, वह हमने सीख लिया है। अगर आप इसे छोड़ देंगे तो यह काम नहीं करेगा।’ उन्होंने कहा कि ‘इस धरती पर पैदा होने पर फख्र है।’