मनोज बाजपेयी ने रचा इतिहास, ओटीटी के बाद थियेटर में रिलीज हुई ‘सिर्फ एक ही बंदा काफी है’

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मुंबई: ओटीटी पर रिलीज हुई मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘सिर्फ एक ही बंदा काफी है’, मुंबई, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में कुल 20 स्थानों पर चुनिंदा सिनेमाघरों में रिलीज की गई। इसके साथ ही ये फिल्म बॉलीवुड में ऐसा रिकॉर्ड बनाने वाली पहली फिल्म बन गई। अमूमन ओटीटी पर स्ट्रीम होने के बाद फिल्मों को रिटायर मान लिया जाता है। लेकिन ओटीटी पर स्ट्रीम होने के बाद थिएटर में पहुंचकर ‘सिर्फ एक ही बंदा काफी है’ ने नए ट्रेंड की शुरुआत कर दी है।

मनोज बाजपेयी के मुताबिक, ‘सोशल मीडिया पर दर्शकों की तरफ से थिएटर में रिलीज की भारी मांग आ रही थी, इसलिए सिर्फ इस तथ्य की सराहना करने के लिए कि इतना उत्साह था और वे इस रिलीज को चाहते थे, हम इसे रिलीज कर रहे हैं।’ एक इंटरव्यू के दौरान मनोज बाजपेयी ने कहा कि, ‘फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज करने का फैसला एक बोनस है, ‘मुझे उम्मीद है कि ओटीटी फिल्म को थिएटर में ले जाने का यह फैसला, लोगों के इन दो माध्यमों के बारे में सोचने के तरीके को बदल देगा और वे एक साथ कैसे रह सकते हैं अगर मौका दिया जाए।’

जानकारी के लिए बता दें कि एक्टर की इस फिल्म को ओटीटी पर अच्छा-खासा रिस्पॉन्स मिला है। गौरतलब है कि ये फिल्म जोधपुर के सेशंस कोर्ट के वकील पीसी सोलंकी की बायोपिक है, जिन्होंने आसाराम बापू के खिलाफ उस नाबालिग लड़की को न्याय दिलाने के लिए पांच साल लंबी लड़ाई लड़ी। सोलंकी के रूप में मनोज बाजपेयी वह धागा है जो पूरी फिल्म को एक साथ बांधे रखता है। दमदार कहानी भी आपको बांधे रखती है। अपूर्व सिंह कार्की द्वारा निर्देशित फिल्म ‘सिर्फ एक ही बंदा काफी है’ जी5 पर 23 मई को रिलीज हुई थी।