सुशांत सिंह राजपूत की चिकित्सकीय लापरवाही की शिकायत NHRC के समक्ष दर्ज

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    मुंबई : सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) का आज जन्मदिन है। भले ही आज वो हम लोगों के बीच नहीं है, लेकिन आज भी वो लोगों के द्वारा दिल से याद किये जाते है। वहीं दिवंगत (Late) अभिनेता (Actor) के मामले की शिकायत (Complaint) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) के समक्ष अधिवक्ता (Advocate) आशीष राय (Ashish Rai) (मुंबई उच्च न्यायालय) द्वारा दायर की गई है।

    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा डायरी संख्या 1275/IN/2022 के तहत चिकित्सा लापरवाही के तहत शिकायत दर्ज की गई है। शिकायत में कहा गया है, की सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमार्टम के समय कूपर अस्पताल और मुंबई पुलिस के डॉक्टरों के पैनल ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया। पोस्टमार्टम के दौरान कई खामियां पाई गई है। जिसके परिणामस्वरूप मानवाधिकारों का हनन हुआ है, साथ ही देश की सर्वोच्च जांच एजेंसियों को भी जांच के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

    • सुशांत सिंह राजपूत का विसरा (एक प्रकार का जांच रिपोर्ट) ठीक से संरक्षित नहीं किया गया था, जो स्पष्ट रूप से एक बड़ी ‘लापरवाही’ की ओर इशारा करता है।
    • कूपर अस्पताल द्वारा सुशांत सिंह के शव परीक्षण की कोई वीडियोग्राफी नहीं थी।
    • अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का पोस्टमार्टम जल्दबाजी में किया गया, मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमार्टम में शामिल डॉक्टरों की टीम पर दबाव बनाया।  इस मामले में यह इंगित करता है की दोनों प्रशासन एक शव के पोस्टमार्टम के दौरान अपनी शक्ति और अधिकार का दुरुपयोग कर रहे थे।
    • अभिनेता सुशांत के दिवंगत शव की गरिमा और अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा निर्देशित निर्देश का पालन नहीं किया गया है।

    सुशांत सिंह राजपूत बीते 14 जून 2020 को दोपहर में मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर में पंखे से लटकते हुए पाए गए थे। पुलिस के अनुसार उनकी मृत्यु पंखे से रस्सी लगाकर आत्महत्या करने से हुई थी। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनकी मृत्यु ‘दम घुटने’ से हुई।