तबला वादक पंडित अनिंद्य चटर्जी ने पद्मश्री लेने से किया इनकार

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    मुंबई: प्रख्यात तबला वादक पंडित अनिंद्य चटर्जी ने पद्मश्री सम्मान लेने से इनकार कर दिया है। चटर्जी बंगाल के जीवंत संगीत जगत के दूसरे ऐसे व्यक्ति है, जिन्हें इस साल पद्म पुरस्कार की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने पुरस्कार स्वीकार करने से इनकार कर दिया। पंडित रविशंकर, उस्ताद अमजद अली खान और उस्ताद अली अकबर खान जैसे शास्त्रीय उस्तादों के साथ ‘जुगल बंदी’ (युगल) कर चुके प्रख्यात तबला वादक चटर्जी ने बुधवार को कहा कि सम्मान स्वीकार करने की सहमति लेने के लिए उन्हें मंगलवार को दिल्ली से फोन आया था। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, मैंने इसे लेने से विनम्रता से इनकार कर दिया। मैंने कहा कि आपका धन्यवाद, लेकिन मैं अपने करियर के इस चरण पर पद्मश्री पुरस्कार स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हूं। मैं उस चरण से आगे निकल गया हूं।’’

    चटर्जी को 2002 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार दिया गया था। पंडित ज्ञान प्रकाश घोष के शिष्य चटर्जी अतीत में राष्ट्रपति भवन में प्रस्तुति दे चुके हैं और वह 1989 में ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में प्रस्तुति देने वाले सबसे कम उम्र के तबला वादक थे। चटर्जी ने कहा कि यदि उन्हें 10 साल पहले यह पुरस्कार दिया जाता, तो वह कृतज्ञता के साथ उसे स्वीकार करते। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कई समकालीनों और कनिष्ठों को वर्षों पहले पद्मश्री दिया जा चुका है। मैंने पूरी विनम्रता के साथ कहा कि मुझे खेद है लेकिन मैं अब इसे (पुरस्कार को) स्वीकार नहीं कर सकता।’’

    मशहूर गायिका संध्या मुखर्जी उर्फ संध्या मुखोपाध्याय ने भी पद्म श्री सम्मान स्वीकार करने से मंगलवार को मना कर दिया था। मुखर्जी और चटर्जी के अलावा पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा के वरिष्ठ नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य ने भी मंगलवार को पद्म भूषण सम्मान को अस्वीकार कर दिया था। (भाषा)