Protect your skin from the dangerous rays of mobile-laptops in this lockdown

Loading

नागपुर.हम में से अधिकाँश लोग आज कोरोना लॉक डाउन के चलते अपने अपने घरों से काम करने को मजबूर है। अब दायित्व है तो काम का बोझ भी है जिसके चालते आज अधिकाँश युवा दिन भर मोबाइल या अपने लैपटॉप में आँखें गडाए बैठे रहते हैं। लेकिन जरा रुकिए जनाब या आपको पता है ऐसे में आप सिर्फ अपनी आँखों कि सेहत ही नहीं बिगाड़ रहे अपितु आप अपने स्किन के स्वास्थ से भी खिलवाड़ कर रहे हैं।

यह तो हम सभी जानते हैं कि लगातार फोन और कंप्यूटर चलाने से आंखें को नुकसान होता है। लेकिन कुछ को ही पता होगा इससे आपकी स्किन को भी फर्क पड़ता है। वैसे  तो सही खानपान का न होना या दिनचर्या में गड़बड़ी भी इसके प्रधान कारण हो सकते हैं। लेकिन मोबाइल और कंप्यूटर से होने वाली त्वचा की खराबी के बारे में बहुत कम लोग ही ध्यान देते हैं। हालाँकि ख़राब केमिकल वाले प्रोडक्ट से भी स्किन को अतिशय नुकसान होता है।

आपको बता दें की कंप्यूटर या लैपटॉप से निकलने वाली किरणें त्वचा में पिग्मेंटेशन का खतरा पैदा कर देती हैं। वहीं मोबाइल से निकलने वाली नीली किरणें त्वचा में एजिंग फैक्टर को बढ़ा देती है। इन दोनों मोबाइल या लैपटॉप से निकलने वाली यह खतरनाक किरणे बहुत हानिकारक हैं। जिसके चलते आपकी त्वचा समय से पहले ही बूढ़ी नजर आने लगती हैं। इसका ख़ास कारण हैं इन किरणों द्वारा त्वचा में पिग्मेंटेशन का खतरा जिससे  मेलानिन को बढ़ने का खतरा होता है । जो कि त्वचा में लालिमा और रंगत को गहरा कर देती हैं वहीं इसीसे त्वचा के  कोलेजन टूट जाते हैं और आगे जाके आपकी त्वचा पर काले धब्बे भी पड़ने लगते हैं। 

अब लॉक डाउन के चलते लैपटॉप से आप दुरी भी नहीं बढ़ा सकते हाँ हम त्वचा में हो रही इस नुकसान की रोकथाम हेतु सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग कर सकते हैं। भले ही आप घर के अंदर काम कर रहे हों लेकिन सनस्क्रीन लोशन आपको आपकी त्वचा में होने वाली इन किरणों से आपका बचाव कर सकती हैं।