water supply
प्रतिकात्मक तस्वीर

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    गोंडपिपरी. वर्धा नदी किनारे सकमुर के घाट पर लगाया गया मोटर पंप जलने से पिछले पांच दिनों से धाबा गोजोली प्रादेशिक जलापूर्ति योजना ठप पडी है. इसकी वजह से ग्रामीणों को बरसात के दिनों में भी पानी के लिए भटकना पड रहा है. किंतु इस ओर अब तक ठेकेदार ने कोई ध्यान नहीं दिया है.

    धाबा गोजोली प्रादेशिक जलापूर्ति योजना अंतर्गत धाबा, गोजोली, सोमनपल्ली, कोंढाणा मंगलपेठ, दुबारपेठ, चेकदुबारपेठ, डोंगरगाव, दरुर, चेक दरुर, वटराणा आदि गांव का समावेश है. सभी गांव को योजना अंतर्गत वर्ष भर नियमित जलापूर्ति नहीं की गई. जिले में अनलाक और बरसात शुरु होते ही ग्रामीणों को जलसंकट का सामना करना पड रहा है.

    बरसात के दिनों में जलजन्य बीमारी फैलने का डर बना रहता है. इस बीच जैकवेल पर लगाया पंप जल गया है. छोटे से कारण की वजह से पिछले पांच दिनों से योजना चलाने वाले ठेकेदार गजेंद्र बोरकर ने तीन दिनों तक पंप मरम्मत के लि कोई प्रयास नहीं किए. नतीजा पांच दिनों से प्रादेशिक जलापूर्ति योजना से जलापूर्ति ठप पडी है.

     12 गांव को जलापूर्ति करने वाली प्रादेशिक जलापूर्ति योजना के जैकवेल पर पिछले वर्ष भर से 24 घंटे एक ही मोटर पंप चल रहा है. एक ही पंप लगातार चलने की वजह से अनेकों बार वह जल जाता है और जलापूर्ति ठप पड जाती है. इसकी वजह से वर्ष भर में अनेकों बार ग्रामीणों को जलसंकट से जुझना पडता है. जिस समय पर योजना शुरु की गई थी उस समय पर यहां पर दो मोटर पंप थे. जो बारह बारह घंटे चलते थे. किंतु इसमें से लगभग 3 लाख रुपए कीमत वाली एक मोटर पिछले वर्ष भर से गायब है.

    इसकी वजह से एक ही मोटर की सहायता से जलापूर्ति हो रही है. 24 घंटे 7 दिनों एक ही मोटर चलने की वजह से अनेकों बार मोटर जल जाती है. इसकी वजह से ग्रामीणों को जलसंकट का सामना करना पडता है. किंतु पिछले पांच दिनों से जलापूर्ति ठप होने के बावजूद ठेकेदार ने कोई ध्यान नहीं दिया है. इसकी वजह से ग्रामीणों को जहां से मिला वहां से पीने के पानी का इंतजाम करना पड रहा है.  बरसात के दिनों में अशुध्द पानी पीने से जलजन्य बीमारी होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.

    मोटर के काम को समय लगेगा-पेटी कांट्रैक्टर चुनारकर

    इस संबंध में उनकी ओर से योजना चलाने वाले पेटी कांट्रैक्टर तृप्ती चुनारकर से मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होंने जवाब दिया कि मोटर का काम इतनी जल्द नहीं होगा. इस संबंध में जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के शाखा इंजीनियर से संपर्क का प्रयास किया गया तो शनिवार रविवार को अवकाश के दिन होने से फोन नहीं उठाया है. किंतु आज बात होने के बाद भा कोई काम नहीं किया गया है.