- संगठना ने प्रदेश के सीएम को भेजा पत्र
गडचिरोली. धानोरा इलाका परंपरागत जमीदार, माझी, भूम्या, गांवपुजारी संगठना की बैठक हाल ही में संपन्न हुई। इस बैठक में शराबबंदी हटाने पर आदिवासी समाज बर्बाद होगा। ऐसा मत व्यक्त करते हुए 32 गांवों के जमीदार, भूमिया, पाटील, गांव पुजारी ने जिले की शराबबंदी न हटाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से लिया और इस आशय का पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को प्रेषित किया है।
संगठना द्वारा भेजे गए पत्र में कहां है कि, गडचिरोली जिले में शराबबंदी लागू है। हमारा आदिवासी गांव में गांव संगठना सक्रिय है। गांव ने निर्णय लेकर गांव गांव में शराबबंदी लागू की है। गांव शराब बिक्री मुक्त है। गांव में शराबबंदी होने से गांव में शांति रहती है। गांव के लोग, महिलाएं, युवक इन्हे इसका व्यापक लाभ मिला है। शराबबंदी को हमारा समर्थन है।
महाराष्ट्र सरकार किसी भी स्थिति में गडचिरेाली जिले की शराबबंदी न हटाए, उल्टे शराबमुक्ति की ओर मार्गक्रमण करने के लिए अधिक प्रबल कार्रवाई करे, शराबबंदी हटाने पर आदिवासी समाज बर्बाद होगा। जिससे जिले की शराबबंदी न हटाते हुए अधिक मजबूत करे, ऐसी मांग संगठना ने मांग की है। फोटो 7