अहेरी शहर को समस्या का ग्रहण

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अहेरी. शहर यह एटापल्ली, भामरागड, सिरोंचा इन तीन तहसिल के केंद्रस्थान पर बसा है. शहर से इस तहसिल का गैरसरकारी, स्वास्थ्य, कृषी व अन्य व्यवहार शुरू रहता है. जिससे अन्य तहसिल से अहेरी शहर स्वास्थ्य व अन्य बातों में सक्षम, अडचणमुक्त होना आवश्यक था. किंतु ऐसा नहीं हुआ. अहेरी नगर पंचायत होकर 5 वर्ष का कालावधि हुआ है. किंतु शहर की समस्या जैसे थे होकर अहेरी शहर को समस्याओं का ग्रहण लगा है. शहर की समस्या तत्काल छुडाए, ऐसी मांग शहरवासीओं ने मुख्याधिकारी को दिए हुए ज्ञापन से की है.

अहेरी शहर वासीओं को बारिश के दिनों में बडे पैमाने में परेशानी सहन करनी पडती है. आझाद चौक से दानशूर चौक यह मार्ग अहेरीकर व अन्य नागरिकों के लिए काफी महत्वपूर्ण मार्ग है. इस मार्ग पर उपजिला अस्पताल, तहसील कार्यालय, आदिवासी विकास कार्यालय, दिवाणी व फौजदारी न्यायालय, अप्पर जिलाधिकारी कार्यालय, पूर्व राज्यमंत्री तथा राजे अम्ब्रीशराव महाराज आत्राम के घर की ओर जाने का मार्ग, सैंकडो विद्यार्थी शिक्षा ले रहे महाविद्यालय, शाला तथा इंटरनेट केंद्र है. किंतु यह मार्ग बारिश के दिनों में काफी खतरनाक व जानलेवा बनता है. कई वर्षों से इस सडक पर पक्का डांबरीकरण अथवा मरम्मत नहीं की गई. हर बारिश में इस सडक पर किचड का साम्राज्य निर्माण होता है. सडक के किनारे रहनेवाले नालीओं से बारिश का पानी उचित रूप से न बहने से बेमौसम बारिश में जनता को घुटने के उपर से सडक पार करनी पडती है. तथा दुपहियास्वारों को गड्डे न दिखने से दुर्घटना होने की संभावना होती है. सडक छोटा होकर भी भारी वाहन इस सडक से मार्गक्रमण करते है. जिससे नागरिकों को यातायात समस्या का भी सामना करना पडता है.

इस वर्ष ऐसी परिस्थिति न आए इसलिए इस मार्ग के गड्डे भरे, सडक का डांबरीकरण किया जाए, बारिश का पाणी नालीव्दारा बहकर जाए ऐसी व्यवस्था करे, भारी वाहनों को प्रतिबंध करे, उक्त कार्य बारिश के पूर्व पूरा करे, अन्यथा इस वर्ष भी अहेरीकरों को विभन्नि समस्या झेलनी पडेगी, ऐसा ज्ञापन में कहा गया है. ज्ञापन सौंपते समय दीपक सुनतकर, ॲड. पंकज दहागावकर, गणेश कोंडलेवार, कार्तीक तोगम, श्रीनिवास दुर्गे, नानाजी कोंडागुर्ले व नागरिक उपस्थित थे.