स्कूल बंद; मात्र शिक्षा शुरू उपक्रम को न्याय दे

  • गुटशिक्षणाधिकारी डा. पितांबर कोडापे का कथन

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देसाईगंज. कोरोना के मद्देनजर स्कूले बंद है, मात्र ऑनलाईन व ऑफलाईन के माध्यम से शिक्षा शुय है. इसके लिए विभीन्न उपक्रम सरकारी स्तर से शुरू है. अंतिम छोर के छात्रों तक शिक्षा पहुंचाकर स्कूल बंद मात्र शिक्षा शुरू ऐसे उपक्रमों को न्याय देने का आह्वान गुटशिक्षणाधिकारी डा. पितांबर कोडापे ने शिक्षकों को किया.

मंगलवार को गुट साधन केंद्र देसाईगंज के सभागृह में जिप उच्च प्राथमिक व निजी अनुदानीत स्कूलों के मुख्याध्यापकों की जाएजा व मार्गदर्शन सभा आयोजित की गई थी. इस समय वे अध्यक्षीय मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे. सभा में प्रमुख मार्गदर्शक के रूप में जवाहर नवोदय केंद्रीय विद्यालय के वरीष्ठ शिक्षक उमाकांत पिंपरीकर, गुट समन्वयक विजय बन्सोड, केंद्रप्रमुख विवेक बुद्धे, संजय कसबे, दिनदयाल प्रधान आदि उपस्थित थे.

इस सभा में कुल 11 विषयों का समावेश था. इसमें से नवोदय विद्यालय प्रवेश जांच परीक्षा के लिए अपने अपने स्कूलों से बडी संख्या में विद्यार्थियों का पंजियन करने के लिए आवश्यक होनेवाले मार्गदर्शन उमाकांत पिंपरीकर ने किया. 9 से 12 वी विद्यार्थियों के आवश्यक होनेवाले सम्मतीपत्र व अन्य बातों का जायजारूपी मार्गदर्शन विजय बन्सोड ने किया. स्वाध्याय उपक्रम, निष्ठा प्रशिक्षण पंजियन, आयुष्यमान भारत अंतर्गत शालेय स्वास्थ्य उपक्रम, दिक्षा ऍप, टिली-मिली, कृतीपत्रीका, ई-साहित्य, स्कूल बाहर की स्कूल, स्वाध्यायमाला, घर का अध्ययन, महाकरिअर पोर्टल संकेतस्थल पंजियन व 3 दिसंबर से शुरू होनेवाले दिव्यांग सप्ताह के संदर्भ में केंद्रप्रमुख संजय कसबे, विषय साधन व्यक्ती अरविंद घुटके, रामकृष्ण रहांगडाले, जितेंद्र पटले, राणु ठाकूर, एच. के. सहारे, वैशाली खोब्रागडे ने मार्गदर्शन किया. सभा का संचालन व आभार अरविंद घुटके ने माना. कार्यक्रम की सफलता के लिए विशेष शिक्षक रंजीत चौधरी व मुर्लीधर नेवारे आदि ने प्रयास किया.