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    देसाईगंज: तहसील में तेंदूपत्ता संकलन करने को शुरूआत हुई है. मात्र बिते 2 वर्ष पूर्व संकलन किए गए तेंदूपत्ता मजदूरों के बोनस अब भी नहीं मिले है. जिससे मजदूरों में वनविभाग के प्रति रोष व्यक्त हो रहा है. 

    प्रति वर्ष बडे पैमाने पर तेंदूपत्ता संकलन को मई माह में शुरूआत होती है. आम लोग जंगल में घुमकर तेंदूपत्ता संकलन कर जीवनयापन करते हेतु जद्दोजहद करते है. फिलहाल बिते 3 से 4 दिनों से तेंदूपत्ता संकलन को शुरूआत हुई है. तेंदूपत्ता संकलन का कार्य जारी है. प्रति वर्ष तेंदूपत्ता संकलन के माध्यम से लाखों रूपयों का कारोबार होता हे.

    इसमें पेसा अंतर्गत व नॉन पेसा अंतर्गत अलग अलग मजदूरी तय की जाती है. मजदूरों को मजदूरी की राशी अलग तो बोनस की राशी अलग होती है. गोणी के तहत तेंदूपत्ता संकलन करनेवाले मजदूरों को बोनस की राशी अदा की जाती है. बिते 2 वर्षो में तेंदूपत्ता संकलन किया गया. मात्र वित्तीय वर्ष 2019 व 2020 में तेंदूपत्ता संकलन करनेवाले मजदूरों के खाते में बोनस की राशी जमा नहीं की गई है. जिससे मजदूरों को तेंदूपत्ता बोनस से वंचित रहने की नौबत आयी है.

    बोनस प्राप्त करने के लिए वनविभाग के कार्यालय में पासबूक की प्रत, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज पेश करने के बावजूद भी तेंदूपत्ता बोनस जमा नहीं हुआ है. बोनस के राशी से कुछ राहत मिलेगी, ऐसी आंस मजदूरों के मन में थी. मात्र बोनस अबतक नहीं मिला है. बिते 2 वर्षो का तेंदूपत्ता बोनस की राशी जल्द से जल्द मजदूरों के खाते में जमा करने की मांग तेंदूपत्ता मजदूरों ने की है.