80 लोगों को सीमा से वापस लौटाया, आ रहे थे चोरीछिपे

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    गोंदिया. मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ इन दो राज्यों को जिले को जोड़ने वाले मार्गों को सील किया गया है. इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के छोट-छोटे मार्गों से होकर इन राज्यों के लोग चोरी छिपे जिले में आ रहे हैं. इसके लिए हर एक तहसील के मुख्य मार्ग पर पुलिस का बंदोबस्त लगाया गया है. पुलिस नाकाबंदी कर लोगों की जांच कर रही है. इसके बाद भी पुलिस की नजर बचाकर 5 से 10 किमी की अधिक दूरी का अंतर काटकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग जिले में दाखिल हो रहे हैं. पुलिस के समक्ष उचित कारण लेकर नहीं आने वालों को सीमा से वापस लौटाया गया है. केवल 5 दिनों में गोंदिया शहर की सीमा पर उचित कारण या बिना ई पास वाले 80 लोगों को वापस लौटाया गया है.

    जगह-जगह नाकाबंदी

    कोरोना का बढ़ता संक्रमण रोकने के लिए विभिन्न उपाय योजना की जा रही है. इसी के  एक हिस्से के रूप में  नाकाबंदी भी की गई है. इसमें अधिकांश नागरिक नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दे रहे हैं. सड़क अर्जुनी, अर्जुनी मोरगांव व गोरेगांव इन तहसीलों से गोंदिया में बिना वजह कोई प्रवेश न करें, इसके लिए कारंजा में नाकाबंदी की गई है. इस  दौरान पुलिस जांच कार्य में जुटी हुई है. जिला परिषद के समक्ष पतंगा मैदान परिसर सारस चौक में जांच नाका शुरू किया गया है. इस नाके पर यातायात पुलिस व ग्रामीण पुलिस मिलकर नाकाबंदी कर रही है. इसमें देवरी, आमगांव, सालेकसा से आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है. इसी तरह कुडवा चौक परिसर में तिरोडा तहसील व गोंदिया तहसील के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले नागरिकों की जांच रामनगर पुलिस व यातायात विभाग संयुक्त रुप से नाकाबंदी में तैनात है. बिना कारण आने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. 

    4 सीमा पर 20 पुलिस कर्मचारी

    गोंदिया शहर में बिना वजह कोई प्रवेश न करे, इसके लिए पुलिस का मुख्य मार्गों पर बंदोबस्त लगाया गया है. हर एक चेक पाईंट पर पुलिस का कडा पहरा है. जिससे ई पास के बिना किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है. इसमें हर एक पाईंट पर जिला यातायात शाखा व संबंधित पुलिस स्टेशन के पुलिस कर्मचारी इस तरह कुल 5 कर्मचारी हर एक पाईंट पर तैनात किए गए हैं.  जयस्तंभ चौक परिसर में शिव अग्रवाल के घर के समक्ष पुलिस ने नीम के पेड़ का सहारा लेकर आवागमन करने वालों की जांच शुरू कर दी है. जिला यातायात नियंत्रण कक्ष के सहायक पुलिस निरीक्षक तावाडे स्वयं इस स्थान पर उपस्थित रहकर वाहनों की जांच कर रहे हैं.