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गोंदिया. स्थानीय शासकीय मेडिकल कालेज में नर्सिंग की शिक्षा लेने वाली अंतिम वर्ष की छात्रा की उपचार के अभाव में 1 अगस्त को मृत्यु हो गई थी. इस घटना से आहत होकर छात्राओं ने मेडिकल कॉलेज के प्रवेश द्वार पर आंदोलन शुरू कर दिया था. इसके बाद इस प्रकरण में नर्सिंग कालेज की प्राचार्य को अस्थाई रूप से हटाया गया था, किंतु इतने दिन बितने पर भी जांच समिति गठित नही की गई है. जबकि प्रथम दिन ही डीन डा. रूखमोडे ने 5 सदस्यीय समिति गठित करने की जानकारी दी थी. 

छात्राओं ने किया था आंदोलन
उल्लेखनीय है कि गोंदिया तहसील अंतर्गत तेढवा निवासी छात्रा सुहानी गजानन बांगरे (22) की उपचार के अभाव में मृत्यु हो गई. इस दौरान मेडिकल कालेज के नर्सिंग कालेज की छात्राओं ने उचित उपचार नहीं मिलने का आरोप लगाकर रात 10 बजे तक आंदोलन किया था. इतना ही नहीं प्रकरण में दोषी पर कार्रवाई करने की मांग की गई थी. इस पर डीन डा. रूखमोडे व जिला शल्य चिकित्सक डा. भूषण रामटेके ने समिति गठित कर जांच की जाएगी, इसमें दोषी पाए जाने पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी ऐसा आश्वासन दिया था, किंतु अब तक जांच समिति गठित नहीं की गई है. 

कलेक्टर ने मांगी जानकारी
केवल नर्सिंग कालेज की प्राचार्य विद्या शहारे को आनन-फानन में हटा दिया गया है. इसके बाद नर्सिंग कालेज का कार्यभार लक्ष्मी वाघमारे को सौंपा गया. इस प्रकरण में अब जिलाधीश डा. कादंबरी बलकवडे ने भी ध्यान दिया है. उन्होंने डा. रूखमोडे व डा. रामटेके को बुलाकर इस प्रकरण की वास्तविक जानकारी हासिल की है. इस प्रकरण में जांच करने गठित की जाने वाली समिति में कौन-कौन रहेगा इस संदर्भ में जिलाधीश से सूचना प्राप्त होगी. इसके बाद ही जांच समिति का गठन होगा.