Shahanur-Pandhari road filled with pits
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गोंदिया. जिला मुख्यालय में मार्गों की हालत खस्ता हो गई है. जहां तहां बड़े गड्ढे बन गए हैं. जिससे शहरवासियों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है. विशेष बात यह है कि लोगों की परेशानी कम हो इसके लिए मार्गों के गड्ढों पर मलमा डाला जा रहा है. इस प्रयोग से शहरवासियों की परेशानी में और वृध्दि हो गई है.

मलबा बना कारण
मलबे की वजह से मार्गों की स्थिति और अधिक खराब हो गई है. जिस पर से आवागमन खतरादायक साबित हो रहा है. शहर के सभी मार्गों की स्थिति अत्यंत ही दयनीय हो गई है. जगह जगह मार्ग उखड़ गए है. कई जगहों पर बड़े बड़े गड्ढे बन गए है. मार्गों की दुर्दशा व बारिश के दिनों में शहरवासियों को दुर्घटनाओं की संभावनाओं के साथ चलना पड़ रहा है और मजबूरी में ऐसे हालातों से  रुबरु होना पड़ रहा है. 

डाल रहे कच्चा मसाला
उखड़े हुए मार्गों पर गिट्टी का कच्चा मसाला तैयार कर उसे डालने का काम नप के माध्यम से किया जा रहा है. इस प्रयोग से भी राहगीरों की समस्या बढ़ गई है. इस मलबे में ईटें या कांक्रिट के टूकड़े अधिक होने से वाहन चालकों को झटकों के साथ ही असुविधाएं भुगतनी पड़ रही है. इसी तरह मार्गों पर मलबा डालने से कई जगह पर कीचड़ निर्माण हो गया है. इतना ही नही नप प्रशासन द्वारा हाल ही में बनाए गए सीमेंट मार्गों की हालत भी खराब हो गई है.

सलामत हैं पुरानी सड़कें
उल्लेखनीय है कि  5 दशक पहले शहर में बने दिल्ली होटल से विकास मेडिकल, प्रभु रोड सहित अनेक मार्ग अब भी सही सलामत दिखाई दे रहे हैं, लेकिन वर्तमान में सीमेंट मार्गों के निर्माण कार्यों में अनियमितता व लापरवाही बरती जा रही है. इन मार्गों के टेंडर निकाल देने के बाद संबंधित अभियंता वर्ग सब कुछ ठेकेदार के भरोसे सौंप देते है. निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण करने की जरुरत नहीं समझते हैं. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगताना पड़ रहा है. इसी तरह शहर में अब भी कई स्थानों पर कच्चे मार्ग हैं जहां पानी जमा होने से कीचड़ निर्मित हो गया है. लेकिन नप द्वारा मलबा या मुरुम की पूर्ति नहीं की जा रही है.