711 किसानों के खेतों में सोलर पंप

  • लोडशेडिंग व बिलों से मिली मुक्ति

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गोंदिया. महंगाई के दौर में कृषि विद्युत मोटर पंप के लिए भारी बिल और होने वाली लोडशेडिंग से किसानों को जूझना पड़ता है. इसमें फसल उत्पादन लेने अनुकूल वातावरण व इच्छा होने के बाद भी परेशानी के कारण किसान फसल लेने तौबा कर रहे हैं, किंतु किसानों को इस परेशानी से मुक्ति मिल गई है. मुख्यमंत्री कृषि सौर पंप योजना के माध्यम से जिले के 711 किसानों ने खेत में सौर ऊर्जा कृषि पंप बिठाकर लोडशेडिंग व भारी भरकम विद्युत बिलों से मुक्ति पा ली है. इतना ही नहीं खेत में लहराती फसल को देखकर किसानों में अब हर्ष का माहौल है.

सिंचाई को लेकर थे परेशान

जिले में खरीफ व रबी मौसम में धान का उत्पादन लिया जाता है. धान की फसल को अन्य फसलों की तुलना में बड़े पैमाने पर सिंचाई की आवश्यकता होती है. जिससे विद्युत पंप, डीजल इंजन के माध्यम से पानी लेने किसानों को भारी मशक्कत करनी पड़ती है. रात-दिन विद्युत मोटरपंप शुरू रखना पड़ता हैं. डीजल का भाव भी आसमान छू रहा है, डीजल इंजन के माध्यम से फसल की सिंचाई करना आर्थिक नुकसान देह साबित होता है. इसी तरह विद्युत मीटर पंप के भी भारी बिल आ रहे हैं. महावितरण कंपनी के माध्यम से विद्युत 14 से 16 घंटे की लोडशेडिंग शुरू है, इसके बावजूद कई बार विद्युत खंडित रहती है. हिंसक पशुओं के भय के साये में विद्युत मोटरपंप शुरू बंद करने खेत में जाना पड़ता है. जिससे किसानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है. समय पर सिंचाई नहीं होने से फसल भी प्रभावित होती है. जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. 

कृषि पंप योजना बनी वरदान

इन सब से त्रस्त अनेक किसानों ने कृषिपंप का विद्युत कनेक्शन खंडित कर दिया है. इस पर उपाय के रूप में तत्कालीन भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री और ऊर्जा कृषि पंप योजना शुरू की थी. योजना 90 से 95 प्रश अनुदान पर शुरू है. इसमें सर्वसाधारण प्रवर्ग के किसान लाभार्थियों को केवल 10 प्रश रकम व अनुसूचित जाति, जमाति के लाभार्थी किसानों को 5 प्रश राशि का भार उठाना पड़ता है. योजना महावितरण कंपनी के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है. लाभार्थी किसानों के कुएं, कूप नलिका पर सोलर कृषि पंप लगाया जाता है. इसमें एसी व डीसी पर्याय किसानों के लिए है. योजना के लिए गोंदिया जिले के 992 किसानों ने डिमांड रकम का भुगतान किया है. इसमें से 711 किसानों को योजना का लाभ मिला है. जिससे उनके कुएं व कूप नलिका पर सौर कृषि पंप लगा दिए गए है. वहीं 281 किसानों के खेत में सोलर पंप लगाने की प्रक्रिया शुरू है. योजना से किसानों को लोडशेडिंग व भारी विद्युत बिलों से मुक्ति मिल गई है.