गोंदिया. जिले की गोरेगांव तहसील में पिछले कुछ दिनों से बाघ दिखाई दे रहा है. इसे जानाटोला, कटंगी, पिंडकेपार व कन्हारटोला आदि क्षेत्र में देखा गया है. जिससे परिसर में बाघ की दहशत कायम है. इस बीच, एक और बाघ के एंट्री करने की बात सामने आई है. ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प का ‘अलादिन’ नामक यह बाघ होने की सर्वत्र चर्चा हो रही है. गोरेगांव वनपरिक्षेत्र अंतर्गत पूर्व ही 4 बाघ है. इसमें अब ‘अलादिन’ की एंट्री से नागरिकों के मन में डर समा गया है.
जलाशय के पास डाला डेरा
गोरेगांव मुख्यालय से 3 किमी दूर कटंगी मध्यम प्रकल्प के विशाल जलाशय परिसर को इस बाघ ने अपना निवास बनाया है. 13 जुलाई को कुछ नागरिकों सहित वन विभाग के अधिकारियों ने इस बाघ को देखा है. गोरेगांव वनपरिक्षेत्र का जंगल यह नवेगांवबांध-नागझिरा व्याघ्र आरक्षित प्रकल्प से सटा हुआ है. वन परिसर का अधिकांश क्षेत्र यह बफर जोन में आता है. जिससे इस परिसर में हमेशा वन्य प्राणियों की गतिविधियां शुरू रहती है.
गायब होने की थी खबर
3-4 दिनों से ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प वाले अलादिन की गायब होने की चर्चा थी. जिससे वन्यजीव विभाग ने ट्रैकर की मदद से ‘अलादिन’ की खोज शुरू की थी. इसके बाद यह बाघ गोंदिया जिले के नागझिरा अभयारण्य में दाखिल होने की जानकारी मिली है. ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प के अधिकारियों ने इसकी जानकारी गोंदिया वन विभाग व वन्यजीव विभाग के अधिकारियों को दी. जिससे इन दोनों विभागों की टीम ने खोजी अभियान शुरू किया था. जिसमें ‘अलादिन’ बाघ यह कटंगी इस परिसर में होने की पुष्टि हो गई. इतना ही नहीं वनविभाग व वन्यजीव विभाग के अधिकारियों को भी वह दिखाई दिया. इस परिसर में पूर्व ही 4 बाघ थे. इसी में अल्लादिन की एंट्री से बाघों की संख्या 5 हो गई है.
जानकारी ली जा रही है : सदगीर
गोंदिया के सहायक वन संरक्षक सदगीर ने बताया कि गोरेगांव वन परिक्षेत्र में 4 बाघ है. नागझिरा अभयारण्य लगा होने से इस परिसर में बाघों का आना जाना लगा रहता है. उन्होंने यह भी बताया कि ताड़ोबा स्थित बाघ नागझिरा व्याघ्र आरक्षित प्रकल्प में आने की जानकारी गलत है. क्योंकि इस संदर्भ में वैसा कोई पत्र वनविभाग को प्राप्त नहीं हुआ है. इसके बाद भी ताड़ोबा प्रकल्प से संपर्क किया जा रहा है.
नागरिकों में भय व्याप्त
पखवाड़े भर पूर्व गोरेगांव के निकट जानाटोला स्थित टेकाम नामक व्यक्ति पर बाघ ने हमला कर दिया था. इसमें टेकाम गंभीर रूप से घायल हो गया था. इसी बीच, गोरेगांव हिरडामाली रेलवे स्टेशन परिसर में बाघ की दहाड़ नागरिकों को सतत सुनाई दे रही है. जिससे लोगों में भय का वातावरण है.