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-सीमा कुमारी

एक स्वस्थ शरीर के लिए कम से कम 6 से 8 घंटे तक की नींद का होना जरूरी है, लेकिन आज की भागदौड़ भरी लाइफ में लोग सही से सो नहीं पाते हैं। जिसका असर सेहत पर पड़ता है एक तो ऑफिस में रात में देर तक काम के बाद घर जाकर घंटों तक टीवी देखने या कंप्यूटर पर लगे रहने की आदत, कभी नींद ही नहीं आती है और कभी वीकेंड पर देर तक सोते ही रह जातें हैं। नींद का आपके रुटीन के साथ जहां बैलेंस गड़बड़ाया, वहीं आपकी सेहत, सफलता और विकास पर ब्रेक लग गया। गलत आदतें आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक तो हैं ही, साथ ही आपकी पर्सेनालिटी और कार्यक्षमता पर भी इसका गलत असर पड़ता है। आज हम बताएंगे की आप अपनी नींद को संतुलित कर कार्यक्षेत्र में बेहतर परफॉर्मेंस दे सकते हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में…

  • सेहतमंद जीवन के लिए सिर्फ भरपूर नींद ही जरूरी नहीं है बल्कि आपके सोने का पैटर्न क्या है, इसका भी महत्व है। यानी आप रोज रात में कितने बजे सोते हैं और सुबह कितने बजे उठते हैं, इसका प्रभाव भी आपकी सेहत और काम करने की क्षमता पर पड़ता है।
  • नींद का टाइमटेबल सही रहे, इसके लिए जरूरी है कि आप अपने रुटीन में इन बातों को अमल करें। सोने से पहले बैलेंस डाइट लें।
  • बहुत देर तक टीवी देखने या कंप्यूटर पर काम करने की आदत पर नियंत्रण करें। एल्कोहल से दूरी रखें।
  • नींद कम लेते हैं या फिर जरूरत से ज्यादा, नींद का बैलेंस गड़बड़ाया तो इसके कई नुकसान हो सकते हैं। कम नींद लेने से अक्सर लोगों का ध्यान किसी एक जगह नहीं टिक पाता है जिससे उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
  • कुछ लोग हफ्ते भर कम सोते हैं लेकिन वीकेंड पर देर तक सोते हैं। सोने का यह तरीका सेहत के लिए नुकसानदायक है। सोने के मामले में रुटीन पर बने रहना बहुत जरूरी है। अगर आपकी नींद संतुलन में रहेगी, तो आपको कार्यक्षेत्र में सफलता जरूर मिल सकती है।